प्रतिभागियों ने सीखे मधुमेह रोगियों की सहायता के गुर, एम्स में मधुमेह रोग पर छह दिवसीय ट्रेनिंग प्रोग्राम का तीसरा दिन
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राजस्थान, दिल्ली, उत्तराखंड, कोलकत्ता की नर्सें और डायटीशियन स्टूडियो ले रहे प्रशिक्षण
एम्स,ऋषिकेश में छठे डायबिटिज शिक्षा प्रशिक्षण कार्यक्रम के तीसरे दिन के विशेषज्ञ ने व्याख्यानमाला के माध्यम से डायबिटीज की रोकथाम और इसे नियंत्रित करने संबंधी विस्तृत जानकारी दी।
संस्थान के कार्यकारी निदेशक प्रोफेसर डॉ. मीनू सिंह के निर्देशन में डिपार्टमेंट ऑफ मेडिकल मेडिसिन एवं कॉलेज ऑफ नर्सिंग के तहत डॉ. में प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया। कल्याणी श्रीधरन ने बच्चों में मधुमेह रोगी होने से संबंधित जानकारी दी। उनके बच्चों में होने वाले डायबिटिज टाइप और उनके उपचार को प्रकाश में डाला गया।
डॉ. प्रिंस ने डायबिटीज नेशनल में व्यायाम का महत्वपूर्ण एवं योगदान प्रकाश में डाला। बताया गया कि व्यायाम से लेकर किसी भी तरह से शुगर को नियंत्रित करने के साथ ही औषधि का प्रयोग भी कम किया जा सकता है।
डा. गौरव चिकारा ने बताया कि डायबिटीज में ली जाने वाली ओरल टैबलेट को किस तरह से कम और ज्यादा करना चाहिए और किन बातों का ध्यान रखना चाहिए। डॉ. रिफिका ने इंजेक्शन इंजेक्शन की जानकारी दी और स्थिति के हिसाब से अलग-अलग इंजेक्शन इंजेक्शन के बारे में बताया।
नर्सिंग फैकल्टी डॉ. मलार कोडी ने मधुमेह से पीड़ित रोगियों के उपचार के दौरान सर्जरी के विषय में महत्वपूर्ण जानकारी उपलब्ध कराई। डॉ. राजाराजेश्वरी ने मधुमेह से पीड़ित रोगी की बीमारी से लेकर उनके परिवार, परिवार, सामाजिक और आर्थिक जीवन तक के भयानक दुखों पर प्रकाश डाला।