September 17, 2025

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हरेला पर्व पर राज्यव्यापी पौधारोपण कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने रोपा रुद्राक्ष का पौधा* 

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*प्रदेश में हरेला का त्योहार मनाओ, धरती मां का कर्ज चुकाओ” थीम पर किया गया पौधारोपण*

 

मुख्यमंत्री पुषस्टर सिंह धामी ने रविवार को उत्तराखंड के लोकपर्व हरेला के पावन अवसर पर गोरखा डीलर इंटर कॉलेज परिसर में आयोजित कार्यक्रम में “हरेला का त्योहार मनाओ, धरती मां का कर्ज चुकाओ” थीम पर आयोजित राज्य सहयोग कार्यक्रम में प्रतिभाग करते हुए समस्त प्रदेशवासियों को हरेला पर्व की हार्दिक शुभकामनाएं एवं बधाई संदेश दिए। इस अवसर पर उन्होंने रुद्राक्ष का पौधा रोपा।

 

*हरेला हमारी संस्कृति और निजी का पर्व है*

मुख्यमंत्री ने कहा कि हरेला केवल एक पर्व नहीं है, बल्कि उत्तराखंड की संस्कृति, प्रकृति और वैयक्तिक वातावरण का एक गहरा भाव है, जो हमें पर्यावरण के प्रति हमारे अवशेषों की याद दिलाता है। उन्होंने बताया कि हरेला पर्व पर लगभग 5 लाख पौधे रोपने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।

 

मुख्यमंत्री ने कहा कि वन विभाग के प्रत्येक डिवीजन में 50 प्रतिशत फलदार पौधे लगाने का लक्ष्य तय किया गया है। उन्होंने कहा कि इस महाभियान में सरकार द्वारा जनसहभागिता, स्वयंसेवी विद्यार्थी, छात्र-छात्र, महिला उद्यमियों एवं उद्यमियों का सहयोग लिया जा रहा है।

 

*पेड़बढ़ना ही पौधारोपण की सच्ची सफलता*

 

मुख्यमंत्री श्री धामी ने कहा कि हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि नियोजित की नियमित देखभाल की जाए, जब तक वे वृक्ष का रूप न ले लें। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड प्राकृतिक सौंदर्य और जैव विविधता से समृद्ध राज्य है, इसकी रक्षा करना हम सभी का नैतिक कर्तव्य है।

 

*प्रधानमंत्री के नेतृत्व में पर्यावरण संरक्षण को नया आयाम*

 

मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में चल रहे ‘पंचामृत संकल्प’, ‘नेट जीरो मिशन’, ‘लाइफस्टाइल फॉर एनवायरनमेंट’ और ‘एक पेड़ मां के नाम’ जैसे अभियानों का उल्लेख किया है, जिसमें कहा गया है कि राज्य सरकार भी मित्रता विद्यार्थियों को विकसित करने का काम कर रही है। उन्होंने बताया कि इस साल में 108 करोड़ पौधे लगाने का लक्ष्य रखा गया है।

 

*जल संरक्षण के उपाय की ठोस पहल: SARRA का गठन*

 

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में पर्यावरण संरक्षण के लिए ‘स्प्रिंग एंड रिवर रिजुविनेशन फर्म (SARRA)’ का गठन किया गया है। इसके माध्यम से अब तक 6,500 से अधिक जल संसाधनों का संरक्षण और 3.12 मिलियन घन मीटर वर्षा जल का संरक्षण किया जा चुका है। उन्होंने कहा कि राज्य में सिंगल यूज़ प्लास्टिक पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया गया है और प्लास्टिक में प्लास्टिक का उपयोग अनिवार्य कर दिया गया है।

 

मुख्यमंत्री ने प्रदेशवासियों से आग्रह किया कि वे अपने जीवन के विशेष अवसरों पर एक पौधा अवश्य लगाएं और उसकी देखभाल करें, जिससे पर्यावरण संरक्षण के लिए जनांदोलन किया जा सके।

 

*कृषि मंत्री गणेश जोशी एवं वन मंत्री एसडीओ उनियाल ने भी दी शुभकामनाएं*

 

कृषि मंत्री श्री गणेश जोशी ने कहा कि उत्तराखंड में श्रावण मास में हरेला पूजन के बाद अनुष्ठान करने की परंपरा परंपरा से चली आ रही है, जो हमारी सांस्कृतिक स्वायत्त और लोकतांत्रिक जिम्मेदारी का प्रमाण है। लाला पर्व हमें यह सिखाता है कि प्रकृति की रक्षा करना केवल दायित्व नहीं है, बल्कि हमारा एक पुनि कर्तव्य है।

 

वन मंत्री श्री एसडीओ उनियाल ने कहा कि लोकपर्व हरेला प्रदेश के 2,389 स्थानों पर मनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पिछले तीन वर्षों में हरेला फेस्टिवल में कंपनी की सर्वाइवल रेटिंग 80 प्रतिशत से अधिक रही है। उन्होंने जल स्तर में हो रही गिरावट पर गंभीर चिंता का विषय बताया और कहा कि इसके लिए वृक्षारोपण एवं जलधाराओं के संरक्षण का निरंतर प्रयास किया जाएगा।

 

इस अवसर पर सहयोगी श्रीमती सविता कपूर,  खजान दास, कार्यालय के मेयर  सौरभ थपलियाल, मुख्य सचिव श्री आनंद बर्द्धन, मुख्य सचिव श्री आर.के. सुधांशु, पुलिस महानिदेशक श्री दीपम सेठ, प्रमुख वन संरक्षक श्री समीर सिन्हा सहित वन विभाग के अधिकारीगण उपस्थित रहे।

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