September 20, 2025

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सिर्फ सनातन धर्म ही सदैव वसुधैव:कुटुम्बकम का संदेश देता है—आचार्य गणेश

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डाँडी, वर्तमान में जिस प्रकार सनातन धर्म पर चंहुओर प्रहार कर बाँटने ओर राष्ट में सोची समझी चाल के तहत दंगा, नफरत ओर तरह तरह की भ्रान्तियों को उकसाने का प्रयास हो रहा है।उसके लिए सभी सनातन धर्मियों को एकस्वर ओर एकसाथ आगे आकर अपने धर्म को आगे बढ़ाने का कार्य करना चाहिए।श्री गणेश ने कहा कि केवल सनातन ही है जो पूरे विश्व को अपना समझता है और उसकी कुशलता की कामना करता है यही नही हर प्राणी ओर जीव की रक्षा उसका परम् धर्म है।दया और दान उसके जीवन मे रच, बस गए है।हम तो वो है जो वनस्पतियों की भी पूजा करते है इसलिए जाति, भाषा और अन्य बुराइयों में ना पड़कर हम सच्चे सनातनी बने।ऐसा प्रयास जारी रखना चाहिए।उन्होंने कहा कि किसी भी धर्म जाति का अपमान नही बल्कि सम्मान होना चाहिये तभी हम सब सुरक्षित है।

श्री मद भागवत कथा के छठवें दिन गणेश महाराज ने कहा कि हम शास्त्रों का अध्ययन कर उसे आज के परिपेक्ष्य में धरातल पर उतारे।उन्होंने कहा कि जब जब धर्म की हानि हुई है ईश्वर अवतरित हुए है।सतयुग में भगवान विष्णु, त्रेता में मर्यादा पुरुषोत्तम राम और द्वापर में कृष्ण और कलयुग में भगवान कल्कि के रूप में अवतरित होंगे।गुरू महिमा का वर्णन कर उन्होंने कहा कि जो विषय विकार मिटाकर तुम्हारे जीवन मे प्रकाश उतपन्न करे वो सद्गुरु है।सिक्ख धर्म के प्रथम गुरु नानक ओर गुरु गोविंद सिंह के बलिदान ओर हिन्दुओं की रक्षा के लिये जो त्याग उन्होंने किया है उसको याद कर अपने कर्त्तव्य मार्ग पर हमें आगे निरन्तर बढ़ाना है और परस्पर सहयोग से निर्बल, गरीब, दलित की सहायता करनी चाहिए।

आज उन्होंने कृष्ण की बाल लीलाओं ओर आत्मा से परमात्मा का मिलन रासलीलाओं समेत उद्वव प्रसंग समेत कृष्ण के बाल सखा सुदामा का चरित्र चित्रण बड़े सुन्दर ढंग से किया।राधा -कृष्ण का प्रेम भाव विह्वहल करने वाला रहा है ।इससे सुन्दर प्रेम की क्या व्याख्या हो सकती है। भगवान मारने का कार्य नही करते है बल्कि तारते है जैसे कंस, कौरवों का उद्धार किया गया।भगवान भाव और प्रेम के सदैव वश में होते है।

आज हम आने वाले भविष्य को अश्लीलता ,असभ्य से दूर रखते हुए आर्दश ओर चरित्र से वास्तविक सत्य से अवगत कराएं।देश मे खून का दान होना चाहिए जो किसी को बचाने में सहायक सिध्द होगा।खून किसी भी प्रकार से बहना नही चाहिए ये ही तो सनातन संस्कृति का मूल तत्व है। फ़िल्म के किरदारों पर भरोषा मत कीजिये ।उनसे सीखने का प्रयास ओर अनुशरण जीवन मे कठनाइयों को जन्म देगा।हम अहिंसा परमो धर्म का पालन करते है।सत्य को पहचान कर उसका बच्चों के जीवन मे अमल कराएं।
आचार्य गणेश ने गणिका ओर अंजामिल के जीवन को बतलाते हुए बताया कि नाम जप का क्या प्रभाव होता है सदैव बुराइयों ओर हिंसा, गलत कार्यो में लीन रहने वाले अंजामिल उसकी धर्मपत्नी के प्रताप से ऋषियों के आशीष से नारायण नारायण कहने से मुक्ति प्राप्त हो गयी है। बुराइयों के अंत सद्गुरु एवम प्रभु शरण से ही सम्भव है

आज के यज्ञ कथा मण्डप में यजमान परिवार के सदस्य, व्यास पीठ मण्डली सहित लाईट एंड साउंड के श्री राजकुमार, श्री चिंतामणि शर्मा, दिनेश शर्मा, भदोला परिवार,सरिता शर्मा, सन्ध्या मित्तल सहित सैकड़ों कृष्ण भक्त कथा का रसास्वादन कर रहे थे।इस अवसर पर समस्त आगन्तुक सदस्यों का स्वागत सत्कार कर शर्मा परिवार के अभिनव एवं शंशाक शर्मा ने सभी का आभार व्यक्त किया।

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