एम0आई0 टी0 ढालवाला में आजादी अमृत महोत्सव पर वस्त्र मंत्रालय भारत सरकार की तीन दिवसीय हस्तशिल्प कला जागरूकता कार्यक्रम आयोजित
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ढालवाला : बृहस्पतिवार 3 मार्च 2022 को भारत सरकार के आजादी अमृत महोत्सव के अंतर्गत वस्त्र मंत्रालय भारत सरकार की तीन दिवसीय हस्तशिल्प कला जागरूकता कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ।
एमआईटी ढालवाला परिसर में तीन दिवसीय हस्तशिल्प कला जागरूक कार्यक्रम का आयोजन किया गया।तीन दिवसीय कार्यक्रम का शुभारंभ भारत सरकार वस्त्र मंत्रालय से सहायक निदेशक नलिन राय एमआईटी संस्थान के निदेशक रवि जुयाल एवं डा0 ज्योती जुयाल ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया।
इस अवसर पर एनपी कुकसाल ने सभी आगंतुक अतिथियों का पुष्प गुच्छ देकर स्वागत किया।यह हस्तशिल्प जागरूकता कार्यक्रम वस्त्र मंत्रालय भारत सरकार और एमआईटी संस्थान व भारतीय ग्रामोद्योग संस्थान के संयुक्त तत्वाधान में संचालित किया जा रहा है।
बता दें जिसका उद्देश्य स्थानीय स्तर पर हस्तशिल्प कला की सांस्कृतिक विरासत एवं संरक्षण के प्रति जागरूकता फैलाना एवं युवाओं को आत्मनिर्भर बनाकर स्वरोजगार से जोड़ना है।इस अवसर पर भारतीय ग्रामोद्योग संस्थान के सचिव अनिल चंदोला ने पूरे कार्यक्रम की रूपरेखा प्रस्तुत करते हुए बताया की हम सभी को अपनी संस्कृति और विरासत के संरक्षण हेतु स्वदेशी उत्पादों को अपनाना चाहिए।जिससे राष्ट्र के साथ साथ हम सभी स्वरोजगार से जुड़कर आत्मनिर्भर बन सकें।
उन्होंने बताया कि यह कार्यक्रम निश्चित ही युवाओं को आत्मनिर्भर और स्वरोजगार से जोड़ने के अपने उद्देश्य को पूरा करेगा।संस्थान निदेशक रवि जुयाल आगंतुक अतिथियों एवं वस्त्र मंत्रालय भारत सरकार का आभार प्रकट करते हुए कहा की उत्तराखंड की सांस्कृतिक विरासत और हस्तकला के प्रति जागरूकता जरूरी है। इससे वे अपनी संस्कृति से भी जुड़ेंगे। अपने अंदर के हुनर को निखारने का अवसर भी मिलेगा।
उन्होंने कहा कि इस तरह की प्रदर्शनी से बच्चों में भी कला सीखने की ललक जागती है। उनके अंदर भी जागरूकता आयेगी और वे इस क्षेत्र में भी रोजगार पा सकेंगे। यह कार्यक्रम प्रधानमंत्री के वोकल फॉर लोकल से प्रेरित है।
भारत सरकार वस्त्र मंत्रालय से सहायक निदेशक नलिन राय ने कहा कि कार्यशाला में उत्तराखंड के विभिन्न क्षेत्रों के राष्ट्रीय और राज्य स्तरीय पुरस्कारों से सम्मानित शिल्पी ने भी भाग लिया।आयोजित कार्यक्रम में उपस्थित बच्चों से हस्तशिल्प को आगे बढ़ाने की अपील की। और स्वरोजगार को कैसे बढ़ाया जा सकता है बताया।इस तरह से कार्यक्रम से बच्चे प्रेरित होते हैं।
बीना पुंडीर शिल्पी अवार्डी ने भी बच्चों को हस्तशिल्प के प्रति जागरूक किया।विमल के द्वारा क्या क्राफ्ट बनता है और मार्केटिंग के द्वारा क्राफ्ट को आगे बढ़ने की अपील की।आयुषी गुप्ता फैशन डिजाइनर ने भी क्राफ़्ट को आगे बढ़ाने के लिए बच्चों को जागरूक किया।
आयोजित कार्यक्रम में डॉ0 ज्योती जुयाल,डा0 प्रेम प्रकाश पुरोहित, राजेश चौधरी,श्रीमती गीता चंदोला, डॉ0 रीतेश जोशी,रवि कुमार,शिल्पी कुकरेजा, और हंस हस्तशिल्प कला से आकांक्षा डोबरियाल देव भूमि ग्रुप ऑफ़ इंस्टीट्यूट,आयुषी गुप्ता फैशन डिजाइनर,बीना पुंडीर उत्तराखंड शिल्प रत्न धर्म लाल उत्तराखंड शिल्प रत्न प्रेमलाल मास्टर क्राफ्ट,उषा नकोठी उत्तराखंड शिल्प रत्न,शैलेश एच.पी.ओ.,एन.पी. कुकशाल जनसंपर्क अधिकारी और केपी लखेड़ा तथा सभी छात्र छात्राएं उपस्थित रहे ।