स्वर्गीय द्वारिका प्रसाद मलासी साहित्यिक सम्मान से ओम बंधानी को नवाजा गया
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मुनि की रेती ढालवाला, आवाज साहित्यिक संस्था, गढ़ भूमि लोकसंस्कृति सरंक्षण समिति के तत्वाधान में राज्यभाषा हिन्दी दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित विचारगोष्ठी में साहित्यकार, शिक्षाविद्द स्वर्गीय द्वारिका प्रसाद मलासी आवाज रत्न सम्मान 2024 इस बार उत्तराखण्ड के प्रसिद्द साहित्यकार, लोक संस्कृति के संवाहक गायक ओम बंधानी को इस रत्न से सम्मानित किया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि कैबीनेट मंत्री उत्तराखण्ड के सुबोध उनियाल ने दीप प्रज्वलित करते हुऐ अपनी हिंदी भाषा के गौरव पूर्ण इतिहास और अपनी संस्कृति पर गर्व करते हुए कहा कि आज हिंदी के 75 वर्ष पूर्ण होने पर राष्ट्र हिंदी भाषा ने एकसूत्र में ।हैंपिरोने का कार्य किया है। आज हम अपनी बुराई हो या अच्छाई हो अपनी भाषा मे सरलता और सहजता से उसको व्यक्त कर सकते है। हिन्दी भाषा से जुड़े लोगों ने आज विश्व मे अपना परचम लहराया है।हमारा हिंदी शब्द कोष विश्व मे अब्बल है। सम्मान से नवाजे गए बंधानी को अपनी शुभकामनाये देते हुए आवाज साहित्य संस्था के समस्त साहित्यकारों को जनजागरण के लिए अपनी शुभकानाएं ओर बधाई दी। इस अवसर पर निवर्तमान अध्यक्ष रोशन रतूड़ी ने हिंदी दिवस पर अपनी शुभेच्छा अर्पित की।आवाज संस्था के अध्यक्ष अशोक क्रेजी ने समस्त आगन्तुक सदस्यों का आभार व्यक्त किया।उन्होंने कहा कि हिन्दी दिवस के शुभ अवसर पर अपनी भाषा के उन्नयन के लिए जँहा नगर के साहित्य से जुड़े युवाओं को मंच प्रदान किया गया वही उत्तराखण्ड के प्रसिद्ध लोककलाकार, साहित्यकार को हर वर्ष द्वारिका प्रसाद मलासी आवाज रत्न पुरस्कार से सम्मानित करती है।वही लोकल युवाओं को अपनी आवाज को जन जन तक पहुंचाने के लिये मंच प्रदान करती आ रही है।
इस कार्यक्रम में स्वर्गीय द्वारिका प्रसाद मलासी की धर्मपत्नी अयोध्या देवी, पुत्रवधु बीना मलासी,अनुज पुत्र योगेश मलासी की मौजूदगी में साहित्यकार नरेंद्र रयाल, प्रबोध उनियाल, जयेन्द्र चौहान, ममता जोशी , धनीराम बिंजोला भगवान सिंह रावत आदि ने अपनी कविताओं के माध्यम से वाह वाह बोलने को आंगतुकों को मजबूर किया।
आवाज के धारधार नामधार डॉक्टर सुनील थपलियाल ने आवाज साहित्य संस्था के कार्य एवं जनसहभागिता के रूप में किये गए कार्यो का उल्लेख किया।इस अवसर पर रामकृष्ण पोखरियाल प्रसिद्द शिक्षक एवं साहित्यकार ने नगर के प्रमुख एवं अपने अपने कार्य मे किये गए अब्बल कार्यो से आगन्तुको को परिचय कराया। मंच का संचालन डॉक्टर सुनील थपलियाल ओर रामकृष्ण पोखरियाल ने बारी बारी से किया। मंच पर आसीन ओम बंधानी, रमाबल्लभ भट्ट, रोशन रतूड़ी,बीना जोशी,चिंतामणि पैन्यूली, अशोक क्रेजी, चन्द्रवीर पोखरियाल आदि उपस्थित रहे।