मुख्यमंत्री ने टिहरी में आपदा राहत शिविर राजकीय इण्टर कॉलेज विनक खाल में प्रभावितों से बातचीत कर जाना उनका हाल-चाल
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सू.वि./तिहरी/दिनांक 30 जुलाई, 2024
* आपदाग्रस्त गांव तीनगढ़ का स्थलीय निरीक्षण किया गया। चमत्कार की आश्चर्यजनक आश्चर्यजनक आश्चर्यजनक के निर्देश*
*आपदा की इस घड़ी में भारत सरकार एवं राज्य सरकार प्रभावितों के साथ है।*
मुख्यमंत्री पी. सिंह धामी ने मंगलवार को नेशनल इंट्रेक्टर कॉलेज विंक खल में प्रभावितों की मदद से स्मारकों का दौरा किया। उन्होंने बच्चों, गर्भवती महिलाओं, दिव्यांगों को राहत पहुंचाने की व्यवस्था के निर्देश दिए। इस दौरान मुख्यमंत्री ने आपदा राहत शिविर में आपदा प्रभावितों से मिलकर उनका हाल-चाल जाना और उनकी समस्याएं बताईं। मुख्यमंत्री ने कहा कि उनके द्वारा आपदा के दिन से लगातार स्थिति की जानकारी प्राप्त की जा रही है। उन्होंने आपदा में हुई जनहानी पर गहरे शोक संवेदना व्यक्त करते हुए पीड़ित परिवार को इस दुख की घड़ी को सहन करने की शक्ति प्रदान करने की कामना की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड के भौगोलिक परिदृश्य के कारण प्राकृतिक आपदाएं हमेशा आती रहती हैं। इससे पूर्व तैयारी के साथ-साथ आपदा के समय की सतर्कता और अध्ययन से कम से कम समय में आपदा पर अमल करना जरूरी है, जिसका परिचय जिला प्रशासन ने दिखाया है। उन्होंने जिला प्रशासन के लिए भी प्रस्ताव जारी करने की मंजूरी दे दी है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस आपदा की घड़ी में भारत सरकार, राज्य सरकार प्रभावितों के साथ है। तीनगढ़ गांव के पुनर्निर्माण की कार्रवाई शुरू हो गई है। अन्य गांव का सर्वे कर योजना में शामिल होंगे। आपदा से क्षतिग्रस्त सुरक्षा दीवार, स्कूल, पुल, शिखर आदि कार्यों को शीघ्रता से समाप्त किया जाएगा। आपदा सुरक्षा कार्य में धन की कमी नहीं आएगी। उन्होंने आपदा के इस कठिन समय में साहस से एक दूसरे की मदद करने की बात कही।
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को खतरे की जद में आने वाले मकानों को लेकर सतर्कता बनाए रखने के निर्देश दिए। आपदा की इस घड़ी में राजकुमारी को भी हर संभव मदद करने को कहा गया है। आपदा प्रभावितों को कोई परेशानी न हो और उनके जन जीवन को पूर्व की स्थिति में लाना हमारा कर्तव्य हो।
ईस्टर म्युरीथ ने बताया कि तिनगढ़ गांव की रूपरेखा/विस्थापन के लिए भूगर्भीय सर्वेक्षण किया गया है, और सैद्धान्तिक मुद्रा मिल की कारीगरी की गई है। भूमि चिह्नांकन की कार्यवाही चल रही है। ज़मीन के दृश्यों के आधार पर धीरे-धीरे लोगों का अंत हो जाएगा। नॉर्वेजियन ने बताया कि ग्राम कोट के 28 परिवार के टुकड़ों की कार्यवाही गतिमान है। टीनगढ़ के लगभग 10 से भी अधिक 10 से 10 एकड़ के एक कारखाने का चिन्हीकरण किया गया है।
इस पर उपाध्यक्ष उत्तराखंड राज्य जिला आपदा प्रबंधन विनय रूहेला, पंचायत अध्यक्ष सोना साजवान, विधायक घनसाली शक्ति लाल शाह, सर्वसम्मति नवनीत सिंह भुल्लर, जिप्सी जिप्सी राजेश नोटियाल, ब्लॉक प्रमुख भिलंगना वासुमती घनाटा, सीडीओ डॉ. अभिषेक त्रिमूर्ति, साधन के.के. मिश्रा सहित अन्य वैज्ञानिक, अधिकारी, ग्रामीण क्षेत्र रहे।