September 19, 2025

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लाभकारी सिद्ध हो रही एम्स की टेलीयूरोलॉजी सेवा – 4 माह में 1600 से अधिक रोगी उठा चुके लाभ – मूत्र रोगियों को फोन द्वारा दिया जाता है परामर्श

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25 दिसम्बर 2024

 

एम्स ऋषिकेश के यूरोलॉजी विभाग ने अपनी टेलीयूरोलॉजी सेवा के माध्यम से मरीजों की देखभाल में नए मानक स्थापित किए हैं। इस सेवा के माध्यम से विभाग ने पिछले 4 महीनों के दौरान 1600 से अधिक रोगियों को न केवल स्वास्थ्य परामर्श उपलब्ध करवाया अपितु बड़ी संख्या में रोगियों को स्टेंट प्रबन्धन के लिए भी प्रेरित किया है।

 

एम्स ऋषिकेश के यूरोलाॅजी विभाग द्वारा 1 अगस्त 2024 को एक समर्पित हेल्पलाइन नंबर के माध्यम से टेलियूरोलाॅजी सेवा की शुरुआत की थी।

चिकित्सीय परामर्श की यह सेवा उन सभी मूत्र रोगियों के लिए विशेष लाभकारी है जिन्हें मूत्र रोग से संबन्धित किसी प्रकार की जानकारी लेने, सर्जरी होने के बाद फाॅलोअप के मामले और उपचार तथा समन्वय हेतु अपने चिकित्सक से जुड़ने की आवश्यकता होती है। इस सेवा के उपयोग से रोगी, अस्पताल आने की असुविधा से भी बच जाता है। विभाग के हेड और सीनियर यूरोलाॅजिस्ट डाॅ. अंकुर मित्तल ने बताया कि यह सेवा 1 अगस्त 2024 को शुरू की गयी थी। तब से तकरीबन 1600 से अधिक रोगियों को इसका लाभ मिल चुका है। उन्होंने बताया कि इस सेवा से स्टेंट का समय पर प्रबंधन, सर्जरी के लिए डेट लेना, सर्जरी के बाद व्यापक फॉलो-अप देखभाल ( जैसे यूरोलॉजिकल केंसर सम्बंधित बीमारियां, महिलाओं की पेशाब रोग से सम्बंधित समस्याएं, रीनल ट्रांसप्लांट, ए. वी. फिस्टुला और फियोकोमोसाइटोमो ) आदि से संबन्धित समस्याओं पर चिकित्सीय परामर्श लेना, फोन द्वारा हिस्टोपैथोलॉजी रिपोर्ट की जानकारी उपलब्ध करवाना, मल्टीडिसिप्लिनरी ट्रीटमेंट का समन्वय और त्वरित पूछताछ व समाधान आदि जानकारियां उपलब्ध करवाता है।

डाॅ. मित्तल ने बताया कि इस सेवा की उपयोगिता को देखते हुए यूरोलाॅजी विभाग शीघ्र ही इसका विस्तार करने जा रहा है। ताकि अधिकाधिक रोगी इसका लाभ उठा सकें।

संस्थान की कार्यकारी निदेशक प्रो. मीनू सिंह ने टेलियूरोलाॅजी सेवा को बहुलाभकारी बताया। उन्होंने कहा कि सक्रिय उपचार, सर्जरी के बाद फॉलो-अप और सर्जरी का इंतजार कर रहे मरीजों के लिए उपयोगी साबित हो रही इस सेवा ने तकनीक और मरीज-केंद्रित दृष्टिकोण का उपयोग करके स्वास्थ्य सेवा की गुणवत्ता को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया है। उन्होंने कहा कि यह संस्थान की उत्कृष्टता और प्रतिबद्धता को दर्शाता है।

 

इंसेट-

सुबह 9 बजे से अपरान्ह 1 बजे तक है सुविधा

ऋषिकेश। एम्स की टेलीयूरोलॉजी सेवा सोमवार से शनिवार तक सुबह 9 बजे से दोपहर 1 बजे के मध्य संचालित होती है। इस सेवा का लाभ उठाने के लिए विभाग द्वारा 8126542780 फोन नम्बर जारी किया गया है।

विभाग के विशेषज्ञ चिकित्सक डॉ. ए. के. मंडल, डॉ. अंकुर मित्तल, डॉ. विकास पंवार, डॉ. दिलीप कुमार के अलावा रेजिडेंट्स डॉक्टर्स और एसएनओ दीपेश स्वामी आदि इस नम्बर फोन करने वाले प्रत्येक मूत्र रोगी को आवश्यक चिकित्सीय परामर्श देते हैं।

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

एम्स, ऋषिकेश के नेत्र रोग विभाग के तत्वावधान में बृहस्पतिवार (26 दिसंबर ) से निशुल्क मोतियाबिंद ऑपरेशन एवं नेत्र जनजागरूकता सप्ताह का आयोजन किया जाएगा।

एम्स के नेत्र रोग विभागाध्यक्ष प्रोफेसर ( डॉक्टर) संजीव कुमार मित्तल ने बताया कि 31 दिसंबर तक चलने वाले इस नेत्र जनजागरूकता सप्ताह के अंतर्गत मरीजों का सघन नेत्र परीक्षण तथा मोतियाबिंद से ग्रसित मरीजों का कृत्रित लैंस प्रत्यारोपण किया जाएगा।

प्रो. मित्तल ने बताया कि नेत्र रोग जनजागरूकता सप्ताह में प्रतिभाग करने वाले एवं मोतियाबिंद ग्रसित मरीजों को (रविवार को छोड़कर) सुबह 8.30 बजे से 11 बजे तक एम्स अस्पताल के लेवल 3( तृतीय तल) स्थित नेत्र रोग विभाग की ओपीडी में अपना पंजीकरण अनिवार्य रूप से कराना होगा। जिससे उनकी समयबद्ध जांच एवं उपचार किया जा सके।

गौरतलब है कि बीते दिवस मंगलवार को राजभवन, देहरादून के सभागार में आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि उत्तराखंड के महामहिम राज्यपाल ले.ज. गुरमीत सिंह द्वारा मोतियाबिंद ऑपरेशन सप्ताह का विधिवत उद्घाटन किया गया। कार्यक्रम में एम्स की कार्यकारी निदेशक प्रोफेसर( डॉक्टर) मीनू सिंह की अगुवाई में संस्थान के नेत्र रोग विभागाध्यक्ष प्रोफेसर डा. संजीव मित्तल व विभागीय चिकित्सकों की टीम ने प्रतिभाग किया।

समारोह में सूबे के शिक्षा चिकित्सा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत, कुलपति एचएनबी उत्तराखंड चिकित्सा शिक्षा विश्वविद्यालय प्रो. एम. एल.बी. भट्ट आदि मौजूद रहे।

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