श्री मद भागवत का मूल रहस्य कर्म की शुद्धि…आचार्य गणेश
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डाँडी, मनुष्य जीवन को अपना आज, कल ओर भविष्य प्रभु शरण मे लगा देना और कष्ट आने पर भी मुस्कराहट चेहरे पर होनी चाहिए।बस अपना कर्म क्षेत्र का पालन सत्यता के साथ करे।श्री कृष्ण भगवान ने जगत कल्याण के लिए लीला कर मानव जीवन मे ज्ञान का प्रचार किया।ज्ञान अर्जित करने पर अंहकार नही करना चाहिए।बल्कि जब अंहकार का नाश होगा तो ही आपको ज्ञान प्राप्त होगा जिससे आपको भक्ति, वैराग्य ओर मोक्ष के दर्शन ही सकते है।सन्तो की शरण मे सदैव वास रहना चाहिए।
कथा के विराम दिवस पर कल कृष्ण-रुक्मणी के विवाह सहित श्री कृष्ण के 16108 विवाहों पर प्रकाश डालते हुए कृष्ण के दिव्य दर्शन का मार्मिक चित्रण सहित उध्दव, गोपी प्रसङ्ग कर रासलीलाओं का वर्णन कर सगुण ओर निर्गुण भक्ति का दिव्य दर्शन कराया। श्री गणेश ने कहा कि कथा 5500 साल से समय, काल, परिस्थति के अनुरूप समाज मे आ रही विकृतियों के अनुरूप गाकर बुराइयों के अंत का व्यास पीठ से सन्देश दिया जा रहा है और आज भी ये नित नए स्वरूप में गायी जा रही है।ईश्वर का कार्य बुराइयों के अंत ओर मानव कल्याण की भलाई करना है बस आपका भक्ति भाव और समर्पण कितना है। जब प्रभु पर समर्पण होता है तो राजा परीक्षित , पूतना , कंस आदि को प्रभु श्री चरणों ने स्थान प्राप्त हो गया और वर्तमान में कलयुग में चंद मिनटों में उनकी पूजा उनके दिव्य दर्शन सहित मोक्ष प्रदान कर सकती है। भगवान कृष्ण धर्म ध्वजा ओर इस संसार मे अपनी लीला कर मानव जीवन के कल्याण के लिए बैकुण्ड धाम प्रस्थान कर इस धरा धाम में अपना शरीर छोड़ कर राजा परीक्षित को कलयुग का राजा बनाकर बागडोर सौंप गए है। भगवान से सदैव वात्सल्य प्रेम की चाहना रखे है।
आज विराम दिवस पर प्रातः पूजा , हवन सहित ब्रह्मलीन नन्द किशोर शर्मा सहित डॉक्टर माधुरी किशोर शर्मा की पुण्यतिथि पर दान पुण्य कर इस कथा आयोजन में विशाल भण्डारे का आयोजन किया।इस अवसर पर यजमान परिवार के अभिनव शर्मा, शंशाक शर्मा, अदिति शर्मा,सन्तोषी देवी, पूरण शर्मा,रामकिशोर शर्मा,अनिता शर्मा, विनीता शर्मा सहित उनके परिवारिक जनो ने इस यज्ञ आहुति में भाग लिया।इस अवसर पर व्यास मण्डली के विद्वान आचार्य मण्डली ने सप्त दिवसीय पूजा, आराधना, यज्ञ ,हवन कर इस आयोजन की सफलता में यजमान परिवार के कल्याण, रक्षा की कामना की।
कथा में यमनोत्री चैनल के माध्यम से कथा का लीव प्रसारण किया गया। इस अवसर पर कथा में कृष्ण भक्त दिल्लीः के सत्य प्रसाद जोशी, रुड़की से दिनेश काला, राजीव काला,, सतीश चंद्र बड़थ्वाल, हर्षदेव बहुगुणा, वासवानन्द प्रंदियाल, हिमांशु बिजल्वाण , नीलम हिमांशु बिजल्वाण, संजय बडोला, राजेंद्र बेलवाल, दिनेश शर्मा, दिलीप डबराल सहित शर्मा परिवार के बन्धु बान्धव , मित्र समेत नगर के गणमान्य जन ने कथा श्रवण का प्रसाद ग्रहण किया।