माँ गङ्गा रामलीला समिति द्वारा तीसरे दिन रामलीला का मंचन
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मुनि की रेती, माँ गङ्गा रामलीला समिति के तत्वाधान में आज तीसरे दिन भगवान राम की लीला का मंचन में भगवान राम और लक्ष्मण का स्वरूप देखने को मिले।इस अवसर पर मुख्य अतिथि स्वामी नारायण आश्रम के महंत सुनील भगत ने दीपोत्सव एवं रिबन काटकर गणेश वंदना कर मंचन की शुरुवात की।
इस अवसर पर सुनील भगत ने कहा कि समिति द्वारा तीसरे रामलीला मंचन के अवसर पर मुझे आमंत्रण मिला है और ये आमंत्रण युवा जन दे तो बहुत खुशी होती है।इस समिति में सभी युवा है जो सत्य और मर्यादा का पाठ आने वाले भविष्य को प्रदान कर रही है ।आज समय की बहुत कमी है बाबजूद इसके ये युवान टीम आपके मनोरजनं के साथ भगवान राम की मर्यादा ओर चरित्र का सुंदर रसपान करा रहे है।इनके द्वारा इतना सुंदर रंगमंच जो हमे सीधे अयोध्या के साक्षात दर्शन करा रहा है ।इसके लिए पूरी टीम का आभारी हूं।सनद रहे कि स्वामी नारायण आश्रम द्वारा प्रतिदिन गङ्गा आरती कर विद्यार्थियों के पठन, आवास ओर भोजन की निःशुल्क व्यवस्था की जा रही है नगर के मुख्य चौराहों पर उनके द्वारा बड़े बड़े होल्डिंग लाईटिंग के साथ लगाई गई है।
आज ताड़का वध, सुबाहु- मारीच ओर जनक पूरी लीला का मंचन किया गया।रामलीला का मंचन डिजिटल युग के अनुसार लाईट ओर मजबूत साउंड सिस्टम के भरपूर है किंतु केवल पात्रों का स्वयं डायलॉग, राग ओर कब्बाली सहित राधेध्याम, बेहरतबिल आदि का आकर्षण देखने को नही मिल पाया है । सूत्रों से जानकारी ये भी मिली है कि नवम्बर माह में फिर इस जगह दुबारा पहाड़ी मूल की रामलीला देखने को मिलेगी इसकी व्यापक तैयारियां चल रही है।इसके अलावा तपोवन क्षेत्र में भी रामलीला का मंचन शीघ्र होने वाला है जँहा स्थानीय कलाकारों के माध्यम से रामलीला का मंचन होगा जिसमें राम और सीता के पात्र स्थानीय एक ही परिवार की पुत्र और बहू है। खैर.. जो भी हो रामलीला का मंचन जीवन जीना, मर्यादा ओर चरित्र का निर्माण करने में सहायक है।राम मर्यादा पुरुषोत्तम तभी कहलाये जब उन्हें वन गमन करना पड़ा और अपने आर्दश को हर पहलू पर परीक्षा पास कर जनता का भरोषा कायम करने में सिद्दता प्राप्त की। रामलीला के निदेशक मुराबाद के पण्डित सन्तोष बडोला के निर्देशन में उनके साथ आये कलाकर अपनी भूमिका का निर्वाह कर रहे है।
आज रामलीला मंचन के तृतीय दिवस पर स्वामी नारायण आश्रम ने समस्त रामलीला के कलाकारों और समिति के लोगो को भोजन आदि की व्यवस्था दिये जाने की घोषणा की।समिति के अध्यक्ष श्री परमार, महासचिव अनिल बड़ोनी, मंत्री गङ्गा रावत सहित टीम के अन्य सदस्य मौजूद रहे।