November 10, 2025

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एम्स ऋषिकेश के सहयोग तथा उत्तराखंड राज्य विज्ञान शिक्षा एवं अनुसंधान केंद्र (यूसर्क), देहरादून द्वारा 7 दिवसीय सर्टिफिकेट प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन हुआ। जिसका शुभारंभ मुख्य अतिथि क्षेत्रीय विधायक व मंत्री डॉ प्रेम चंद अग्रवाल ने किया।

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ऋषिकेश 20 फरवरी 2023 ।

पंडित ललित मोहन शर्मा श्री देव सुमन उत्तराखंड विश्वविद्यालय परिसर ऋषिकेश के मेडिकल लैब टेक्नोलॉजी विभाग एवं एम्स ऋषिकेश के सहयोग तथा उत्तराखंड राज्य विज्ञान शिक्षा एवं अनुसंधान केंद्र (यूसर्क), देहरादून द्वारा 7 दिवसीय सर्टिफिकेट प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन हुआ। जिसका शुभारंभ मुख्य अतिथि क्षेत्रीय विधायक व मंत्री डॉ प्रेम चंद अग्रवाल ने किया।

विश्विद्यालय परिसर पर आयोजित कार्यक्रम में डॉ अग्रवाल ने कहा कि आज के युग में उभरती नई बीमारियों का पता लगाने पर ही सटीक ईलाज किया जा सकता है इसलिए इस प्रकार की कार्यशालाओ का आयोजन किया जाना चाहिए, यूसर्क द्वारा विज्ञान के क्षेत्र में किया जा रहे अनुकरणीय कार्यों से पूरा जनमानस अत्यंत लाभान्वित हो रहा है। यूसर्क की पूरी टीम इसके बधाई के पात्र हैं।

डॉ अग्रवाल ने कहा कि श्रीदेव सुमन विश्वविद्यालय ऋषिकेश परिसर के मेडिकल लैब टेक्नोलॉजी विभाग द्वारा समय समय पर किए जा रहे है। उन्होंने कहा कि इस प्रशिक्षण कार्यशाला के जरिये प्रतिभागियों में चिकित्सा विज्ञान के प्रति उत्सुकता व रुचि का संचार और किताबी ज्ञान को प्रायोगिक तरीके से सीखने का मौका मिलेगा।

डॉ अग्रवाल ने कहा कि कार्यशाला के माध्यम से माइक्रोबायोलोजिकल तकनीकी द्वारा सुक्ष्म जीवों जैसे bacteria, viruses तथा fungus का अध्ययन करने अवसर मिलेगा। साथ ही कार्यशाला के विषय के अंतर्गत प्रतिभागियों को बीमारी फैलाने वाले सूक्ष्म जीवों संरचना, बीमारी फैलने की क्षमता तथा निदान की विभिन्न तकनीकों का प्रशिक्षण मिलेगा।

इस मौके पर कुलपति व प्राचार्य श्रीदेव सुमन विवि प्रो. एमएस रावत, कुलसचिव खेमराज भट्ट, वैज्ञानिक यूसर्क प्रो. ओपी नौटियाल, तहसीलदार डॉ अमृता शर्मा, समन्वयक मेडिकल लेब टेक्नोलॉजी विभाग, डॉ अनिता तोमर, प्रो. वीडी पांडेय, प्रो. अंजनी प्रसाद, सफिया हसन आदि एमएलटी के छात्र आदि उपस्थित रहे।

बता दें कि कार्यशाला में गढ़वाल मंडल के 35 प्रतिभागी इसमें शामिल हुए। कार्यशाला में तकनीकियों में मानव शरीर से उत्पन्न होने वाले जैव रसायनों का अध्यन करेंगे व उनसे संबंधित बीमारियों की जाँच की तकनीकियों का प्रशिक्षण प्राप्त करेंगे। साथ ही पैथोलोजिकल तकनीकियों में शरीर में होने वाली बीमारियों की जांच रक्त द्वारा की जाती है, रक्त में अनेको पैरामीटर होते हैं जैसे हेमोग्लोबिन, शुगर ग्लूकोज, यूरिया, क्रेटिनिन, यूरिक एसिड, कोलेस्ट्रॉल, ट्राइग्लिसराइड्स आदि को जांच करने की विधियों का प्रशिक्षण प्राप्त करेंगे।

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