खारास्रोत ठेके के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की हिम्मत जुटा पाएगा आबकारी विभाग
1 min readतीर्थ नगरी में शराब का ठेका खोलना दुर्भाग्यपूर्ण था किंतु ठेका खोले जाने के खिलाफ जिन लोगों ने आवाज उठाई उनकी आवाज दबा दी गई ,किंतु शराब का ठेका खुलने के बाद से आज तक लगातार ठेका सुर्खियों में है एक समाचार पत्र में आज ही इस ठेके द्वारा ग्राहक कीजेब में डाका डाले जाने का समाचार प्रमुख रूप से प्रकाशित हुआ है तथा इससे पूर्व में ऑनलाइन ज्यादा पैसे वसूले जाने के खिलाफ थाना मुनिकीरेती में मामला दर्ज हुआ था ,यही नहीं इस ठेके के बारे में लगातार समाचार प्रकाशित हुए हैं किंतु आबकारी विभाग आंखें मूंदे बैठा है क्या कारण है ? इसके पीछे सफेदपोश लोगों का हाथ है तथा ठेके पर उन्हीं कीछत्रछाया है और इसी का परिणाम है कि आज तक इस पर कोई कार्यवाही नहीं की गई कोई कितना भी छापे किंतु कोई फर्क नहीं पड़ता आबकारी अधिकारी से लेकर तमाम अधिकारी आंखें बंद किए हुए हैं ,भले यह ठेका लगातार सुर्खियों में बना रहे पर कार्यवाही नहीं होगी l
इससे पूर्व भी इस ठेके के बारे में लोगों की जेब में डाका डाले जाने के संबंध में समाचार प्रकाशित हुए किंतु कार्यवाही के नाम पर लीपापोती ही की गई और आज तक इस ठेके पर किसी अधिकारी आबकारी विभाग द्वारा झांकने तक प्रयास नहीं किया गया जिससे स्पष्ट है कि दाल में काला है l
आखिर क्या कारण है क्षेत्र के किसी मंत्री का सीधा सीधा हाथ है क्या या फिर मंत्री भी शामिल है बड़ा प्रश्न ? ठेके के विरोध में जो लोग खड़े हुए थे वे आज भी अदालत की शरण में में मुकदमा झेल रहे हैं और ठेका चलाने वाले मौज कर रहे है क्या फिर मंत्री की इशारे पर पर सारा खेल चल रहा है ? इसलिए कोई भी अधिकारी कर्मचारी कुछ बोलने को तैयार नहीं है ?

