बुरा न मानो होली है
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होली का पर्व हो और हास्य परिहास ना हो ये कैसे हो सकता है जनाब, अपने नाम को ढूंढे
बासन्तिक महीना और होली के रंग तरँग के उत्सव में जब सब सरोकार हो तो फिर खुशी के दो चार पल हमे तनाव से मुक्त कर जीवन मे नई ऊर्जा प्रदान करते है।जय माँ गंगा नेटवर्क बुरा ना मानो होली है पर होली बुलेटिन प्रकाशित कर रहा है।आपको भी स्थान मिला है अपना नाम खोजिए ओर हास्य -परिहास ,दया, प्रेम करूणा के होली मिलन की शुभकामनाये ओर बधाई आपको सपरिवार फ्री में हम अर्पित कर रहे है।गुजिया आपकी, रंग आपका जरूर है लेकिन कथन हमारा..बुरा ना मानो होली है–
नीलम बिजल्वाण- जनता ने कंधों पर बोझ ज्यादा ही लाद दिया है,हठ योग करना पड़ेगा।
बचन पोखरियाल-सरल ,सादगी की जीवंत तस्वीर लाजबाव है।
मनोज द्विवेदी-अभी तो मैं जबान हूँ, सामाजिक,आध्यात्मिक की पहचान ।
चन्द्रवीर पोखरियाल- नमामी गङ्गा ओर पर्यावरण के साथ विकास को समर्पित।
रमाबल्लभ भट्ट- पथ पर खड़ा लेकिन डगर कठिन और कँटीली। मातृ शक्ति के कल्याण के लिये समर्पित युवा।
मनोज मलासी- भविष्य के लिये रास्ता साफ करता एक युवा जो खुद ही उलझन में है
शिवमूर्ति कंडवाल- हैरान हूं, परेशान हूँ फिर भी जनसरोकारों के लिये सतत संघर्षरत खड़ा हूँ
इंदिरा आर्य- भाजपा राश नही आ रही।अब मुम्बई वॉलीवुड की
तैयारी
अंकिता जोशीE.O_ भगवान की कृपा से सब काम हो रहा है।कर कोई और नाम अपना हो रहा है।
डॉक्टर पी एल कपरूवान-ये बाबा पेंटेण्ड दवा देनु छो।अब तीन मंजिला अस्पताल तो फिर कमाई भी करनी जरूरी।
अनिल बहुखंडी- नगर कु परशुराम बनयु लेकिन फिर भी डर भये नई च।
मनीष कुकरेती-ना सत्ता, ना विपक्ष लेकिन फिर भी चारो उंगली घी ओर मुंह कड़ाई पर।
विनोद कुकरेती- भाजपा का सताया युवा जो पार्टी को मजबूत करते खुद कमजोर हो गया।
अजय रमोला- रंग में भंग।मेहनत मेरी ओर नाम बीबी का । ना घर ना घाट का।
रामकृष्ण पोखरियाल- राम नाम की लूट है लूट सके तो लूट…गङ्गा माँ की शरण मे
गजेंद्र सजवाण- बेटा बनकर सेवा का संकल्प लेकिन अभिनेता के गुण मौजूद। रंग बदलता कलाकार
नरेंद्र मैठाणी- करत करत अभ्यास के.. कुछ कर गुजरने को लालायित युवा
भारत भूषण कुकरेती-नीम में चढ़ा ओर वो भी करेला…डंके की चोट पर सवाल
संजय बडोला-प्रेम का दीवाना, मस्ताना ।प्यार में पागल
सूर्य चन्द्र सिंह चौहान- कलम का सिपाई ।दिल है कि मानता नही…
अशोक क्रेजी- करे कोई, भरे कोई ये तकदीर है मेरी क्रेजी में भी अपना दमखम ओर अब आवाज में भी।नामचीन कलाकार
अजय बिजल्वाण- माँ सुरकण्डा के उपासक परन्तु सदैव सुर्खियों में रहने की आदत बन गयी है।
विनोद बिजल्वाण- शिक्षाविद्द , लोकगीत कलाकार का बाद राजीतिक भूत सवार। जागी जावा…
माँ गंगा रामलीला समिति- मर्यादा कख विटी , जब सियासत अग्ने खड़ी रहन्दी..
माँ भद्रकाली रामलीला समिति-हम किसी से कम नही। समय से साथ बदलाव लाएंगे
सुदीप पंचभैया- हर खबर पर हमारी नजर…निष्पक्ष पत्रकारिता की मिशाल
भगवती काला- सबका साथ, सबका विश्वास के साथ सबका आश्रीवाद
महावीर खरोला- दिल है कि मानता नही…फिर भी डूबती नैय्या में सवार
दिनेश भट्ट- स्पष्ट वक्ता फिर भी सवालिया निशान आखिर क्यों?
शिव प्रसाद खकरियाल-ओह जिन्दगी फिर भी जनता दिगभर्मित। भाजपा से मोह भंग
श्री पुरी -भाजपा मण्डल मुनिकी रेती का बोझ मै उठाता हूँ।
बुरा ना मानो होली है अगर मान ही लिया तो हम जौली है ।परस्पर मिलन के पर्व की आप सभी को सपरिवार हार्दिक बधाइयां। सूत्रों से खबर है कि आज मुनिकी रेती में होली के अवसर पर रसगुल्लों की वर्षा होगी, लोगों के घरों में गुजिया होगी, सड़को में होली खेलने वालों के हाथ मे रंगों की सौगात ओर आपसे मिलने की सम्भावनाये जरूर होंगी।