आईटीडीए और एन.आई.सी. द्वारा विकसित की गई विभिन्न डिजिटल परियोजनाओं का मुख्यमंत्री धामी ने किया शुभारंभ*
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8 जनवरी, 2025.
*आईटीडीए और एन.आई.सी. मुख्यमंत्री धामी द्वारा विकसित विभिन्न डिजिटल टेलीकॉम का शुभारंभ*
*डिजिटल उत्तराखंड- वन स्टेट वन पोर्टल, S3WaaS फ्रेमवर्क वेबसाइट और छोटे डिजास्टर रेंटल सेंटर उत्तराखंड को डिजिटल डेस्टिनेशन बनाने में सहायक*
*सरकार की नीतियां और कार्यक्रम तथा अनुयायियों की सेवाएं और श्रमिकों की जानकारी सभी इन वन पोर्टल पर उपलब्ध होंगी*
मुख्यमंत्री लक्ष्मण धामी द्वारा सचिवालय में सूचना प्रौद्योगिकी विभाग और एनआईसी द्वारा विकसित विभिन्न डिजिटल इंजीनियरों का शुभारंभ किया गया।
इस दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान समय में साइबर सुरक्षा और डेटा सुरक्षा की पहचान और डिजिटल युग में सार्वजनिक सेवाओं को अधिक दक्ष, गति और समावेशी बनाने के लिए नई तकनीक को विकसित करने के लिए आईटीडीए और एनआईसी द्वारा संयुक्त रूप से विभिन्न ऑफ़लाइन प्लेटफॉर्म विकसित किए गए हैं। हैं। जिससे आम जनमानस को *ओल वन* का एक ही प्लेटफ़ॉर्म पर आसानी से विभिन्न प्रकार की सेटेर मिल के धार्मिक स्थलों से लाभ मिल सके। नवाचार के कार्य की प्रगति ऑनलाइन आकलन और पहचान; जिससे प्लांट और प्लांट में बढ़ोतरी होगी।
उन्होंने कहा कि S3WaaS (एक सेवा के रूप में सुरक्षित, स्केलेबल और सुगम्य वेबसाइट) फ्रेमवर्क में समग्र वेबसाइट की साइबर सुरक्षा की दृष्टि से एक मील का पत्थर साबित होगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह महत्वपूर्ण बात है कि राज्य में ITDA को UIDAI AUA (ऑथेंटिकेशन सोसाइटी एजेंसी) -KUA (की रजिस्ट्री एजेंसी) द्वारा बनाया गया है। इसके बाद आधार प्रमाणीकरण एवं ई-केवाईसी से संबंधित ईस्टर राज्य के विभिन्न विवरणों द्वारा विकसित किए गए पोर्टल जैसे कि यूसीसी, स्थापत्य रजिस्ट्री आदि के माध्यम से प्रदान की गई जानकारी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य डेटा सेंटर ने भी साइबर हमले के बाद आप पर हमला किया है। नायर डिजास्टर को सचिवालय में स्थापित किया गया है। यह बड़ी बात है कि वोकथ नियर डिज़ास्टर नेशनल स्टेट की अलग-अलग एप्लीकेशन एप्लीकेशन और वेबसाइट पर किसी भी राज्य में 15 मिनट के अंतराल में काम किया जा सकता है। कहा कि सुरक्षा की दृष्टि से राज्य डेटा सेंटर के उद्घाटन उद्घाटन केंद्र 24 *7 उपकरण हैं। यह कदम उत्तराखंड राज्य को डिजिटल सिस्टम के अंतर्गत लाने और उसे बेहतर बनाने का प्रयास है।
मुख्यमंत्री ने डिजिटल डिजिटलीकरण के बेहतर कार्यान्वयन के लिए सभी को बेहतर वास्तुकला बनाने के निर्देश दिए। उन्होंने सभी फाइलों को निर्देशित किया कि अपनी-अपनी डिब्बों को पोस्ट में अपडेट किया जाए।
उन्होंने यह निर्देशित किया कि कनेक्टिविटी और तेजी से कार्य करने के लिए सभी नए प्लेटफ़ॉर्म विकसित किए जाएं।
मुख्यमंत्री ने एनआईसी और आईटीडीए द्वारा विकसित प्रयास की दिशा में भविष्य में भी आईटीडीए और एनआईसी को आपसी सहयोग से उत्तराखंड में आईटी क्षेत्र में बेहतर कार्य करने के लिए प्रेरित किया।
इस दौरान बैठक में मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, अपर मुख्य सचिव आनंद वर्धन, मुख्य सचिव आर के सुधांशु वी एल फैनई, सचिव आर मीनाक्षी सुंदरम, नितेश झा, पंकज पांडे, दीपेंद्र चौधरी, डॉ आर राजेश कुमार, निदेशक आईटीडीए नीतिका खंडेलवाल समेत संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।