प्रदेश में आचार संहिता लागू।येन वक्त पर आरक्षण नीति में फेरबदल होने से समीकरण बदले
1 min readमुनि की रेती, नगर निकाय चुनाव को लेकर प्रदेश में आचार संहिता लागू होने शीत लहर में गर्मी का एहसास हो रहा है।नगर निकाय चुनाव में जोर आजमाने वाले अपने अपने पैतरे ओर सियासत की गोटी से समर्थकों को लामबंद कर समर्थन पाने की होड़ में लगे हुए है।ऐसे समय मे आरक्षण नीति में बदलाव कर प्रदेश सरकार ने फेर बदल कर मुनि की रेती सामान्य सीट को महिला आरक्षण में बदल दिया है जिससे सारे राजनीतिक दलों के समीकरण धाराशाही हो गए है वही दूसरी ओर महिला शक्ति के सम्मान में निर्दलीय नीलम बिजल्वाण मैदान में पूरे जोश के साथ अपने समर्थकों सहित चुनाव मैदान में उतर गई है।
प्रदेश सरकार के इस फेर बदल से सरकार की फजीहत होती दिख रही है।जिसका जबाब आने वाले चुनाव में जनता को देना ही पड़ेगा और इससे नुकसान होता भी दिख रहा है। भाजपा सामान्य सीट से जो नाम सबसे ज्यादा चर्चा में चल रहा है उसमें विनोद कुकरेती मजबूत स्तम्भ जिसका तोड़ दूसरे दलों के पास नही था।बल्कि सत्य ये भी है कि दूसरे दलों के लोग अंदर खाने विनोद कुकरेती को अपने मत देने का वादा करते देखे गए है।अब जब पूरे समीकरण बदल दिए गये है और महिला सीट आरक्षित कर चुनावी घमासान शुरू हो गया है तो फिर भाजपा के अंदर महिलाओं की लंबी सूची है जिनमे बीना उनियाल, सरोज कुकरेती, इन्दिरा आर्य, विश्वेश्वरि उनियाल, निर्मला उनियाल सहित अन्य नाम चर्चा में बने है। कांग्रेस खेमे से कौन चुनाव रणक्षेत्र में जोर आजमाइश कर सकता है इस पर सवालिया निशान बना है। नगर निकाय चुनाव की 2 जनवरी 2025 तक पूरी तस्वीर जनता के सामने आ जायेगी अब 23 जनवरी को चुनाव ओर 25 को परिणाम भी घोषित हो जाएंगे।