September 21, 2025

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प्रतिभावान नरेश सजवाण ने नौकरी छोड़कर स्वरोजगार को दिया महत्व। युवाओं को कर रहे हैं प्रेरित।‘‘

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सू.वि./तिहरी/दिनांक 08 अगस्त, 2024

 

प्रतिभावान नरेश साज़वान ने नौकरी रिक्त पदों को दिया महत्व। युवाओं को प्रेरणा मिल रही है।”

 

”विभिन्न सरकारी प्राधिकरणों से राजशाही नरेश साजवान जैविक और कृषि खेती से संवर्धित अपनी जांच कर रहे हैं।”

 

”स्वरोजगार के क्षेत्र में महान श्रमिकों के लिए मुख्यमंत्री और क्षेत्रीय अध्यक्ष पद से सम्मानित।”

 

वर्तमान में युवाओं का रूझान किसानी और बागवानी की ओर बढ़ रहा है। इनमे शामिल हैं रियासत रियासत क्षेत्रान्तर्गत जंगल ब्लॉक के ग्राम पंचायत थापला सूरीधार निवासी नरेश साज़वान भी शामिल हैं। नरेश साजवान ने कहा कि उनके पिता का साया विश्राम के बाद उन्होंने मसूरी में डीओ की नौकरी छोड़कर अपने गांव में कृषि व्यवसाय करने का निर्णय लिया, ताकि गांव में निवास के क्षेत्र में आपकी एक नई पहचान बन सके। उद्यम की ओर से छोटे पैमाने पर तो छोटे, उद्यान, मत्स्य और कृषि विभाग की मंजूरी ने बड़ा सहारा दिया।

 

नरेश साजवान ने बताया कि वर्ष 2020 में उन्होंने कृषि विभाग से 80 प्रतिशत गांव में आटा चक्की की शुरुआत की। आटा चक्की से लगभग 03 से 04 हजार मासिक कमा लेते हैं। इसके बाद उन्होंने कृषि, उद्यान, हाथीदांत के दांतों में प्रतिभागिता और विभिन्न योजनाओं/सब्सिडी की जानकारी हांसिल की। नरेश साजवान ने धीरे-धीरे खेती की ओर बढ़ते हुए और आटा तक सीमित न होकर अपने व्यवसाय को आगे बढ़ाने की सोची और गारंटी का लाभ लेते हुए पशुपालन, बागवानी, मत्स्य पालन का काम शुरू किया। उन्होंने शिशु विभाग से 30 अंडे 10 कुत्तों के बच्चे लेकर उनका पालन-पोषण किया और प्रतिदिन लगभग 25 अंडे 10 कुत्तों के भाव से बेचकर अच्छी कमाई की।

 

उन्होंने अपने घर में बायोगैस का प्लांट बनाया, जिसकी लागत 35 हजार है, जिसमें 13 हजार से लेकर 22 हजार तक का क्लीन जल प्रोजेक्ट मिला। उन्होंने लिखा है कि 03 साल से लगातार तीन साल तक भोजन बनाने में प्लांट से उत्पन्न गैस का ही उपयोग कर रहे हैं। इसके साथ ही गोबर गैस से जो स्लरी अवशेष है, उसे वह अपने बागवानी के काम में लाते हैं।

 

नरेश साजवान ने बताया कि वर्ष 2023 में उद्यान विभाग ने पॉलीहाउस पर 90 प्रतिशत 01 लाख 35 हजार पीकर की गिरी तैयार कर दी, जिसमें केवल 12 हजार 800 पीक जाम की कीमत शामिल है। उन्होंने वर्ष 2023 में ही उद्यान विभाग के 6 लाख के एप्पल मिशन प्रोजेक्ट में प्रतिभागिता की और 80 प्रतिशत की छूट के साथ रूट स्टॉक डी-9 प्लांट के 500 उपचार सेब की बागवानी शुरू की। उद्यान विभाग के शिक्षकों ने उनके 10 उपचार दिए हैं, जिनमें से दो तीन उपचार खराब हो गए हैं और 7 उपचार अच्छे हैं। इसके अलावा उनके अडू़, खुमानी, प्लम, अनारा, अमरूद के उपाय भी बताए गए हैं, जिनमें कुछ पेड़ फल देने वाले हैं और कुछ से जल्द ही अच्छे परिणाम मिलने की उम्मीद है। सालभर में बागवानी से लगभग 40 हजार की कमाई होती है।

 

 

 

नरेश पॉलीहाउस और साकेतिक में जैविक खेती को अधिकृत किया जाता है पत्तेगोभी, बींस, टमाटर, हरी मिर्च, कद्दू, खेड़ा, धनिया, ब्रोकली, बैंगन, मूली आदि सब्जी उगाए जाते हैं। मूल में मिल्ट्स आधारित कई तरह की दालें, कोदा, झंगोरा, तिलहन आदि की खेती भी कर रहे हैं। इसके साथ ही गाय पालन, बकरी पालन का काम भी कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि कृषि विभाग द्वारा 80 प्रतिशत मानक में पानी की पाइपलाइन लगायी गयी है। इसके साथ ही चारा मशीन भी मामूली रूप से उपलब्ध करायी गयी है। उन्हें बताया गया कि सब्जी और दाल के उत्पादन से उन्हें लगभग 15 से 20 हजार मासिक बिक्री होती है। वह अपनी गुड़िया की बिक्री थायट्यूड, मसूरी के अलावा ऑफलाइन माध्यम से भी करती हैं।

 

उन्होंने लघु मत्स्य पालन पशुपालन तालाब बनाया है, जिसमें वर्तमान में मत्स्य विभाग से बीज विभाग में लेकर ट्राउट आर्किटेक्चर के 100 मछली पाल रह रहे हैं।

 

श्री गणेश 25 फरवरी, 2023 को माँ हैं। मुख्यमंत्री जी ने कहा कि उन्हें क्षेत्र में महान कलाकार के रूप में नियुक्त किया गया है। इसके साथ ही अध्यात्म परियोजना के तहत उन्हें दो बार क्षेत्रीय विधायक जी द्वारा ब्लॉक स्तर पर 10-10 हजार की सहमति से मंजूरी दी गई है।

श्री नरेश साजवान परिश्रमी और संघर्षशील हैं। वे अपने रिश्ते से जुड़कर मां और पत्नी के साथ गांव में बंधक सरकारी मंजूरी का लाभ लेकर औद्योगिक खेती पर जोर दे रहे हैं। श्री नरेश अच्छी फर्म अपना व्यवसाय चला रही है और अपने व्यवसाय को बड़े पैमाने पर ले जाने का प्रयास कर रही है। उनका कहना है कि किसी भी काम को करने में तो आती हैं हमें अपनी जिद और विश्वास कभी नहीं खोना चाहिए। वह युवाओं को भी प्रेरित करने का काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन द्वारा उन्हें पूरा सहयोग दिया जा रहा है। उनके द्वारा शासन-प्रशासन को विभिन्न योजनाओं की जानकारी, सहयोग और अनुदान दिए जाने को लेकर धन्यवाद ज्ञापित किया गया।

 

 

 

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