वाहन संचालन व होमस्टे के क्षेत्र में बेहतर कार्य करें : जिलाधिकारी
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* वाहन व होमस्टे योजना में 25 आवेदन प्राप्त हुए, तथा 22 आवेदन किए गए*
डॉ. आशीष चौहान ने कलेक्ट्रेट सभागार में वीर चन्द्र सिंह गढ़वाली पर्यटन स्वरोजगार योजना व दीनदयाल उपाध्याय गृह आवास होमस्टे योजना की बैठक ली। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया कि स्वरोजगार हेतु आवेदनों की जांच कर उन्हें योजना से लाभान्वित करें। जिससे वह समय पर योजना का लाभ उठा सके। इस दौरान उन्होंने महंगाई से स्वरोजगार योजना में घरों व वाहनों के व्यवसायिक व कार्यक्रम के बारे में पूरी जानकारी ली।
मंगलवार को डेथ वारंट ने संबंधित अधिकारियों से बैठक में कहा कि समय पर बैंकों में अपने दस्तावेज जमा करें, जिससे बैंक को ऋण देने में आसानी होगी। उन्होंने कहा कि वाहन संचालन और घरों के क्षेत्र में कीमतें और बेहतर कार्य करने में आसानी होती है। कहा कि स्वरोजगार को अत्यधिक बढ़ावा दें, जिससे आय में वृद्धि हो।
सिडनी ने कहा कि जिन दस्तावेजों को अधूरे रह गए हैं, वह उस समय पर्यटन विभाग को दस्तावेज पूरा करके प्रस्तुत करें। जिससे आगे की कार्रवाई समय पर की जा सकती है। उन्होंने स्वरोजगार से संबंधित लोगों को योजना के तहत अधिक से अधिक स्वरोजगार संचालित करने हेतु संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया। उन्होंने बैंक अधिकारियों को कहा कि यदि आवश्यक हो तो पूरे दस्तावेज बैंक को प्रस्तुत किए जाएं, ताकि वह आगे की कार्रवाई सुनिश्चित कर सकें।
वीर चन्द्र सिंह गढ़वाली पर्यटन स्वरोजगार योजना में 13 आवेदन तथा दीनदयाल उपाध्याय होमस्टे योजना में 12 आवेदन प्राप्त हुए। कुछ वाहनों के लिए 05 व गैर वाहनों के लिए भी 05 आवेदन प्रस्तुत किए गए तथा घरों के लिए सभी 12 आवेदनों को स्वीकृत किया गया।
बैठक में जिला पर्यटन अधिकारी प्रकाश सिंह खत्री, डीडीडी नाबार्ड हिमांक शर्मा, परिवहन विभाग आनंद वर्धन, सहायक प्रबंधक उद्योग माधो सिंह, आईसीएआई बैंक से आशीष बडोनी, स्टेट बैंक से गरिमामयी सहित अन्य अधिकारी व आदर्श उपस्थित थे।