गंगा जी को विश्व धरोहर घोषित किए जाने की उठी आवाज।
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ऋषिकेश ; गंगा जी को विश्व धरोहर घोषित किए जाने की उठी आवाज। गंगा जी के तटों को हरित बनाने एवं उनके निर्मल व अविरल प्रवाह के लिए की गई मांग। 8 जनवरी :2022 उत्तरकाशी से ऋषिकेश पधारे पर्यावरण प्रेमी प्रताप पोखरियाल ने गंगा के तटों को हरित बनाने के अभियान के तहत श्री राम तप स्थल में महामंडलेश्वर पूज्य स्वामी दयाराम दास महाराज से भेंट की l
पर्यावरण प्रेमी प्रताप पोखरियाल ने बताया कि उनके द्वारा विगत 35 वर्षों में गंगोत्री व उत्तरकाशी क्षेत्र में गंगा जी तट पर 7 वन तैयार किए गए हैं, इनमें हिमालय की सभी प्रमुख प्रजातियों के पौधे मौजूद हैं, उत्तरकाशी में वरणावत पर्वत जोकि भूस्खलन के चपेट में आ गया था, उसमें भी 7 हैकटेयर क्षेत्र में पहाड़ पर जंगल तैयार किया गया है।
महामंडलेश्वर पूज्य स्वामी दयाराम दास महाराज ने ब्रह्मपुरी क्षेत्र में गंगा तट पर एक औषधीय वन तैयार करने का आह्वान किया गया,जिसे पर्यावरण प्रेमी प्रताप पोखरियाल ने स्वीकार किया। इस कार्यक्रम में तुलसी मानस मंदिर के श्री महंत रवि प्रपन्नाचार्य जी महाराज ने गंगा जी के प्रवाह को अविरल किए जाने पर बल दिया, उन्होंने कहा कि इस बारे में जन जागरूकता के लिए विगत कई वर्षों से वह प्रतिवर्ष पर्यावरण संरक्षण एवं संवर्धन जनचेतना अभियान गौमुख संकल्प यात्रा के माध्यम से प्रतिवर्ष यात्रा करते हैं।
ऋषिकेश के युवा समाजसेवी श्री अभिषेक शर्मा ने आवाज उठाई की गंगा जी की जल धारा में सीवेज का मल जल, फैक्ट्रियों का रासायनिक दूषित कचरे पर तत्काल रोक लगाई जाए और उसमें किसी भी प्रकार का अवशिष्ट पदार्थ गिराना गैर कानूनी घोषित किया जाए। संजीवनी केयर ट्रस्ट की ओर से सचिव श्री विनीत जी ने गंगा को राष्ट्रीय धरोहर एवं विश्व धरोहर घोषित किए जाने की मांग की तथा लिखित ज्ञापन भी दिया ताकि गंगा को सदियों तक सुरक्षित व संरक्षित किया जा सके।
इस अवसर पर पर्यावरणविद् प्रताप पोखरियाल महामंडलेश्वर दया राम दास महाराज ,तुलसी मानस मंदिर के महंत रवि प्रपन्नाचार्य , महाराज अभिषेक शर्मा ,महंत सीताराम दास, महंत प्रमोद दास, सब्जी नेम केयर ट्रस्ट के सचिव विनीत डॉक्टर शंभू प्रसाद नौटियाल रमाकांत भारद्वाज, जगदीश दास महंत ,चक्रपाणि दास ,स्वामी अखंडानंद आदि लोग उपस्थित थे l