भारी ठण्ड में भी माहौल गर्माहट की ओर ,ऊँट किस करवट बैठेगा देखना वाकी
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मुनि की रेती,नगर पालिका परिषद का कार्यकाल आज से समाप्त हो रहा है किन्तु जंहा इसकी बागडोर जिलाधिकारी के सुपुर्द की गई है वही दूसरी ओर अपने भाग्य को आजमाने के लिये अनेक जन सोशल मीडिया के माध्यम से चुनावी बिगुल फूंक चुके है जबकि अभी नगर पालिका के चुनावी तिथि घोषित नही हुई है।
नगर पालिका परिषद मुनि की रेती ढालवाला पूर्व से ही संसाधनों के मामले में आत्मनिर्भर रही है जबकि उस जमाने मे संसाधनों की बहुत कमी रही है और क्षेत्र फल भी कम था आज स्थिति उलट है संसाधनों की बहुतायत ओर ढालवाला 14 बीघा क्षेत्र इसमें मिलाने से कार्य को गतिशीलता प्राप्त हुई है। नगर पालिका परिषद को नंबर वन की भूमिका में लाने वाले अध्यक्ष का श्रेय शिवामूर्ति कंडवाल को जाता है तथा अभी हाल ही में पालिका परिषद को ग्रेड -1का खिताब हासिल हुआ है जिसमे पालिका टीम ओर जनता का सहयोग भी रहा है।अभी बहुत कुछ अच्छा करना वाकी है जिस पर नए बोर्ड को बेहत्तर कार्य करना शेष है और ये भी तय है कि जनता ही योग्य प्रतिनिधियों को चुनकर पालिका में भेजेगी।
अब सवाल ये है कि जब अभी पालिका चुनाव की कोई घोषणा नही हुई है वही कुछ लोग अभी से चुनाव का बिगुल बजाकर ऐसा समझ बैठे है कि बस जनता का पूरा साथ इनको मिलेगा और ये फिर नगर का भविष्य तय करेंगे।
अगर इस सम्बंध में दृष्टि डाली जाए तो पूर्व पालिका अध्यक्ष शिवमूर्ति कंडवाल जिनके पास संसाधन नही बल्कि उनके दोस्तों ओर शुभचिन्तको का बहुत बड़ा साथ है।वैसे भी वो एक सन्त ओर फकीर का जीवन यापन कर रहे है। पिछले समय भी उन्होंने चुनाव मैदान से अगल रहने जा फैसला जरूर किया किन्तु उनका योगेश राणा को समर्थन देना उन पर भारी पड़ा है। चुनाव में संभावित प्रत्याशियों के अगर चर्चा की जाए सबसे ज्यादा चर्चा इस समय निर्दलीय प्रत्याशी नीलम बिजलवाण की है जिन्होंने बहुत कम समय में जनता का ध्यान अपनी और आकर्षित किया है तथा दोनों दलों राष्ट्रीय दलों की जड़ें दिला दी है। अभी अपना कार्यकाल समाप्त कर चुके रोशन रतूड़ी यदि फिर से चुनाव मैदान में उतरते है तो उन्होंने पहले ही अपना धरातल ओर योजनाओं का खाका तैयार कर लिया है।अपनी 5 साल के कार्यकाल का मूल्यांकन कर जनता का समर्थन करें या ना करें इसका फैसला किये गये कार्यों पर निर्भर करता है। इसके अलावा पूर्व में कांग्रेस प्रत्याशी व्यास का भी अपना जनाधार कायम है।इसके अलावा एक नाम जो सबके जेहन में बना है वो मंडी समिति ऋषिकेश अध्यक्ष विनोद कुकरेती है जिनकी अलग पहचान है ।इन्हें चुनावी गणित और संघठन को आगे बढ़ाने की महारत हासिल है। किंतु जनता के बीच उनकी स्वीकार्यता कम है इसके अलावा बीना जोशी,मनीष डिमरी ,महावीर खरोला, दिनेश भट्ट समेत कई नामचर्चा का विषय बने है।
वास्तविक सत्य ये है कि जनता का समर्थन, व आशीर्वाद साथ होगा वही सेहरे का असली हकदार होगा।मेरा सभी प्रत्याशीयो से कहना है कि जनता से जुड़े उनकी कठिनाइयों को सुने ओर निराकरण करें तभी सफलता मिलेगी।चुनाव में अपना भाग्य आजमाना प्रत्येक मतदाता का अधिकार है जिससे उसको वँचित नही किया जा सकता है।