श्री गुरु भागवत चंदभानु सतपथी द्वारा रचित गढ़वाली भाषा का गायन साँई मन्दिर डाँडी में
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ऋषिकेश, साँई सिद्द पीठ मनोकना मन्दिर डाँडी में आज पूर्व पुलिस महानिरीक्षक डॉक्टर चन्द्रभानु सतपथी के जन्म दिवस के अवसर पर उनके द्वारा रचित श्री गुरु भागवत को गढ़वाली भाषा मे रचित प्रथम संस्करण में 33 ऋचाओ का गायन उनके भक्तों ने बड़े सुन्दर ढंग से गायन कर उनके जन्म दिवस को दिव्य ओर भव्य तरीके से मनाकर भक्तों को नव्यता का अहसास कराया।
इस अवसर पर मन्दिर के ट्रस्टी गण सहित आचार्य सतीश शर्मा ने वैदिक मंत्रोचार कर गुरु भागवत की पूजा अर्चना कर साँई नाथ को प्रति भेंट कर वाद्ययंत्रों के साथ इस रचित ग्रंथ का गढ़वाली भाषा मे बड़े सुंदर ओर मनोहारी ढंग से गायन किंया।उसके बाद भजन कीर्तन का आयोजन भी भक्त मण्डली ने बड़े उत्साह के साथ किया।इस अवसर पर ट्रस्ट से जुड़े अभिनव शर्मा, शंशाक शर्मा और मंजू गुप्ता ने केक ओर उड़द दाल के पकोड़े सहित मिष्ठान भक्तों को वितरित किये। उल्लेखनीय है कि श्री सतपथी उड़ीसा के निवासी है और पुलिस के उच्चाधिकारी उत्तर प्रदेश में लंबे समय तक सेवा से जुड़े रहे है यही नही वो साँई नाथ के परम भक्तों में गिने जाते है जिन्हें संगीत, कला और अध्यात्म का भरपूर ज्ञान है उनके द्वारा कई काव्य ओर साहित्य का सृजन कर अपनी दिव्य शक्ति का परिचय साहित्य ओर काव्य के रूप में दिया है। यही नही साँई मन्दिर डाँडी की मुख्यट्रस्टी डॉक्टर माधुरी किशोर शर्मा से वो बड़े प्रभावित रहे है उन्हें वो माँ के रूप में सम्बोधन करते रहे है।हरिद्वार क्षेत्र में 2 बार डॉक्टर माधुरी शर्मा के नेतृत्व में कुंभ मेले में हजारों भक्तों हेतु शिविर का निःशुल्क आयोजन कुंशलता के साथ किया गया। चन्द्रभानु सतपथी का नन्द किशोर को हनुमान से सम्बोधित किया जाता रहा है क्योंकि उन्होंने दिन रात सरकारी सेवा के उच्चपद पर रहने के बाबजूद भी जँहा साँई स्मरण ओर कार्य किया जा रहा हो वँहा उनकी उपस्थिति जरूर होती थी।मुरादाबाद, गुजरात, सहारनपुर, देहरादून, ऋषिकेश, धामपुर ओर शिरडी में उनका विशेष समान भक्तों के बीच रहा है।
आज इस कार्यक्रम में श्रीमती सन्तोषी देवी, अदिति शर्मा, अभिनव शर्मा, शंशाक शर्मा, आकाश शर्मा, पण्डित सतीश, अनिता कुकरेती,मधु गुप्ता, सरिता शर्मा सहित अनेक साँई भक्त शामिल रहे।