उत्तराखंडी जाग गया है , भू कानून, मूल निवास पर जबरदस्त महारैली
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ऋषि, 29 सितंबर भू कानून मूल निवास संघर्ष समिति के तत्वाधान में आज भव्य महारैली का कार्यक्रम आई डी पी एल से त्रिवेणी घाट तक हजारों की संख्या में सरकार के खतरे की घंटी बजती नजर आ रही है।इतना तो तय है कि जो चट्टान है 24 सागर से अपने मूल भूत की मांग या जल जंगल भूमि सहित मूल निवास प्रमाण पत्र के लिए लड़ाई का बिगुल खिलाड़ी का काम किया है। न्याय दे अन्य सरकार के लिए खतरे की घंटी स्पष्ट दिखाई दे रही है। महारैली में युवा और मातृ शक्ति का उत्साहवर्धक दृश्य अपनी संस्कृति के मंदिर दिखाई दिए।
आज की रैली का आयोजन इतना भव्य है कि महारैली से पूर्व की जनता का समर्थन सयोंजक मंडल को सफलता का दृश्य में सफल रहा। किंतु महारैली में भीड़ को नियंत्रित करने की कोई व्यवस्था नहीं होने से महारैली में स्पष्ट कमी देखने को मिली। शायद सयोजक मंडल ने अपनी तैयारी नहीं की थी। अगर महारैली में जनता का क्रमबद्द तरीके से तीन लेन में पद जाता है तो एक चोर आई डी पी एल ओर दूसरा छोड़ रिज़ा बाजार में होता है। खैर.. पहला अनुभव बहुत कुछ भविष्य की रणनीति बनाना समिति से जुड़े लोगों को नई सीख देने का काम भी किया गया है।
वैसे देखा तो आज की रैली स्पष्ट रूप से किसी भी राष्ट्रीय पार्टी भाजपा, कांग्रेस, सपा, बसपा ओर उक्रांद का एरिना नहीं बन पाया केवल नव युवान भाइयों ने अपनी भागीदारी दर्ज कर महारैली को सफलता के साथ पूर्णता की ओर बढ़ाने का काम किया है। किया है। एक सन्देश जो निकल कर सामने आया कि खाली जगह करो कि जनता आती है…ये अवशेष में आज तस्वीर उभर कर सामने आई है। इस महारैली से आज इस मुद्दे पर जुड़े लोग जरूर गदगद नजर आएंगे और उन्हें भी आना चाहिए। मां गंगा नेटवर्क ने इस रैली का लीव प्रसारित किया है। रैली में मोटरसाइकिल, डोईवाला, रानीपोखरी, हरिपुर, श्यामपुर, यमकेश्वर, कोटद्वार सहित कई गांवों से लेकर नगरों तक जन समर्थन सड़कों पर उतरा। महारैली की सफलता के लिए नमो का उल्लेख नहीं है क्योंकि सफल कलाकार दिन रात कई दिनों से मेहनत कर रहे थे। आज की रैली में सभी बधाइयों के पात्र शामिल हैं, क्रोमो कठोर मेहनत से आज सरकार जरूर जागी ओर उत्तराखंड के भू कानून, मूल निवास मामले में खतरे की घंटी सरकार की नींद हरम कंपनी।
आज की महारैली में मोहित उनियाल, गौतम राणा, पंकज उनियाल, गौरव राणा, कुसुम जोशी, उषा डोभाल, आलोक, अनिल श्री मोहन कुकरेती, आशीष बिष्ट, आशुतोष कोठारी, अतुल ध्यानी, बॉबी रांगड़, लक्ष्मी प्रसाद रातू, समीर रावत, लक्ष्मी राणा ,राकेश नेगी, प्रदीप राय, निज़ामुद्दीन बिजलावन, मनोज दमा, भारत भूषण कुकरेती,हृदय राम सेमवाल,आशोतोष शर्मा, साइमन बिजलवान, भगवान सिंह रावत, अनिल बहूखडी ,वासवानंद प्रंदियाल,संजय बडोला धनीराम बिंजोला,मनोज मलासी,आशीष कुकरेती,अजय रामोला हजारों शामिल की संख्या में जनसमूह शामिल हो रहा है।