आबकारी विभाग की मेहरबानी से ग्राहकों की जेब में डाल रहे है ,शराब ठेकेदार
1 min readआबकारी विभाग जैसे गांधीजी के तीन बंदरों की तरह नजर आ रहा है जिसकी आंखें बंद, कान बंद ,नाक बंद नजर आ रहे हैं लोगों का कहना है कि कई बार आपकारी विभाग कोई ठेके के खिलाफ मौखिक और लिखित शिकायत कर चुके है किंतु कार्यवाही के नाम पर लीपापोती कर इतिश्री कर दी गईl
कितना हो हल्ला मचा लो पर सच्चाई यह है हमें कुछ सुनाई नहीं देता, यह हाल है आपकारी विभाग का जिसमें प्रो शराब के ठेके के खिलाफ आज तक कार्रवाई के नाम पर कुछ नहीं किया ऐसा नहीं कि आपकारी विभाग को इसकी सूचना नहीं हो इस संबंध में समय-समय पर लोगों द्वारा शिकायत की गई किंतु आबकारी विभाग आंख बंद करके बैठा रहा लेकिन अब देखना यह है कि पुलिस रिपोर्ट दर्ज होने के बाद भी आबकारी विभाग क्या कार्रवाई करता है या फिर खानापूर्ति करता नजर आता है?
ऐसा नहीं कि शराब के बढ़ते मूल्यों के खिलाफ लोगों ने आवाज नहीं उठाई किंतु प्रत्येक आवाज को दबा दिया गया या फिर अनसुना कर दिया गया शराब का ठेका हो या फिर पार्किंग के ठेके एक बड़े नेता की सह के कारण पनप रहे हैं तथा जिस कारण अधिकारी हो या कर्मचारी सब आंखें बंद कर देते हैं खैर देखना यह है कि रिपोर्ट दर्ज होने के बावजूद शराब के ठेके पर कार्रवाई होती है या फिर कार्रवाई के नाम आंखें बंद कर देते हैं ?

