क्या मंत्री के इशारे पर काम कर रही है, नगरपालिका अधिशासी अधिकारी ?
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नगर पालिका परिषद बोर्ड बैठक में अधिशासी अधिकारी के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए स्थानान्तरण का प्रस्ताव ध्वनि मत से पास किया है
नगर पालिका परिषद मुनि की रेती की अधिशासी अधिकारी के कार्य प्रणाली को लेकर अध्यक्ष व सभासद लंबे समय से नाखुश हैं तथा इस संदर्भ में उन्होंने मंत्री से भी शिकायत की गई थी किंतु मंत्री कार्रवाई करना तो दूर उसे पर अपना हाथ रख दिया गया जो मर्जी करो ,कोई तुम्हारा कुछ बिगड़ने वाला नहीं है और ऐसा धरातल पर दिखाई दे रहा है ,अधिशासी अधिकारी काम करने के बजाय पालिका नगर पालिका को नुकसान पहुंचाने का कार्य कर रही है इसके कई उदाहरण है जिसका ताजा उदाहरण है नगर पालिका पालिका अध्यक्ष व सभासदों को दरकिनार करते हुए तथा जनता की भावनाओं पर ठेस पहुंचाते हुए शराब के ठेके को ट्रेड लाइसेंस की हरी झंडी दे दी। आखिर उक्त अधिकारी के पीछे किसका हाथ है यह जनता सब जान रही है, जिसका जवाब वह 2027 में देगी।
ज्ञात रहे कि नगर पालिका में आयोजित एक बैठक के दौरान जब मंत्री उपस्थित थे तब भी अधिशासी अधिकारी से संबंधित मामला बड़े जोर से उठाया गया, किंतु उक्त मामले में मंत्रीजी कुछ बोलने के बजाय चुप्पी साधने में अपनी भलाई समझी जिससे स्पष्ट है कि अधिकारी को शह मिली हुई है जैसा हम चाहे वैसा कार्य करो।
ज्ञात रहे कि नगर पालिका अध्यक्ष नीलम बिजल्वाण ने पालिका चुनाव प्रचंड बहुमत से जीत हासिल की ,जिसे उसके विरोधी पचा नहीं पा रहे हैं और जिस कारण जहां तक संभव हो सके , नगर पालिका अध्यक्ष अपना कार्य ना कर पाए इसकी कोशिश जारी है ।

