हर हर,घर घर योग ,अध्यात्म ओर सँस्कृति का योग महोत्सव से शुरुवात बेहत्तर साबित हो:कुसुम कंडवाल
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ऋषिकेश, अंतराष्ट्रीय योग महोत्सव के चतुर्थ दिवस पर उत्तराखण्ड महिला आयोग की अध्यक्ष कुसुम कंडवाल ने कहा कि ऋषिकेश योग राजधानी, तीर्थ नगरी सहित साहसिक पर्यटन के रूप में विश्व विख्यात स्थली है जँहा 12 महीने पर्यटक इसकी मनोहर छठा से प्रभावित होते है।योग केवल शरीर की शुद्धि नही , बल्कि मन की आन्तरिक सहित जीवन को जीने का सही तरीका बतलाती है।जीवन मे आहार, विचार और व्यवहार का महत्व समझना ही सच्चा योग है जो भोग विलासिता को त्यागकर अंत अनन्त को मिलाने का कार्य करती है।
आज चतुर्थ दिवस योग महोत्सव के ओशो ध्यान में सम्मिलित होने आई महिला कल्याण की प्रदेश अध्यक्ष कुसुम कंडवाल का फ़िल्म अभिनेता श्रीश डोभाल एवम योग गुरू बोधि वर्धमान (डॉक्टर मनोज रांगड़) ने उनका स्वागत सत्कार कर पुष्पहार भेंट किया।उसके बाद श्रीमती कंडवाल ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम की विधिवत शुरुवात की।इस अवसर पर उन्होंने कहा कि योग से जुड़ने के लिये अनुशासन जरूरी है। निरोगी काया पाने के लिये आहार, विचार और संयम जरूरी है। आज योग का डंका विश्व मे बज रहा है जिसके लिये देश के प्रधानमंत्री मोदी जी का विशेष योगदान है।स्वास्थ्य के लिये आज योग और आर्युवेद ने अपना परचम लहराया है। ज्ञान इंद्रियां, कर्म इंद्रियां ओर कुण्डलनी जागरण के लिये त्याग , संयम अनुशासन आदि का समन्वय हो आपको सच्चा योग साधक बना सकता है।ओशो सिध्दांत भोग से समाधि तक अर्जित करने के लिये आचार्य रजनीश के नियमो का पालन जरूरी है।
आज के इस शिविर में प्रातः स्वामी नारायण घाट पर हवन , यज्ञ ओर विष्णुसहस्त्र नाम का कार्यक्रम सम्पन्न हुआ जिसके यजमान रघुवीर राणा, एस पी एस रावत, मेहरबान रांगड़ ने हवन में हिस्सा लिया।बोधि वर्धमान की योग क्लास में आये योग साधको ने शारिरिक अभ्यास एवम भक्ति मयसंगीत का लुफ्त प्राप्त किया।