आवाज साहित्यिक संस्था एवम श्री गङ्गा सेवा एवं पर्यावरण सुरक्षा समिति के तत्वाधान में उत्तराखण्ड की रजत जयंती की पूर्व संध्या पर एक गोष्ठी का आयोजन किया गया
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आवाज साहित्यिक संस्था एवम श्री गङ्गा सेवा एवं पर्यावरण सुरक्षा समिति के तत्वाधान में उत्तराखण्ड की रजत जयंती की पूर्व संध्या पर एक गोष्ठी का आयोजन किया गया जिसमें प्रदेश से शहीदों को श्रद्धांजलि राज्य आंदोलनकारियों के संघर्षो को याद कर आभार सहित प्रदेशवादियो को शुभकामनाये अर्पित की गई।गोष्ठी में आज रजत जयंती के अवसर ओर नकारात्मक भाव को नजरंदाज ओर सकारात्मक भाव को महत्ता प्रदान की गई।
कैलाश गेट गङ्गा सेवा समिति के कार्यालय में आयोजित गोष्ठी में महन्त रवि शास्त्री ने राज्य के तमाम शहीदों को नमन, वन्दन ओर चन्दन अर्पित कर याद किया।इस अवसर पर अपने क्षेत्र के इंद्रमणी बडोनी ओर शहीद सूर्य प्रकाश थपलियाल को याद किया गया।राज्य स्वतंत्रता सैनानी मंच के अध्यक्ष शैलेश सेमवाल ने राज्य की मूल भूत सुविधाओ पर ध्यान दिलाने का कार्य किया।उन्होंने ये भी कहा कि हमने विकास किया है लेकिन जिस संकल्प के साथ ये होना चाहिए था उसमें बहुत गिरावट है।आवाज साहित्यिक संस्था के अध्यक्ष अशोक क्रेजी ने शिक्षा, स्वास्थ्य को लेकर चर्चा में भाग लिया और अपनी कविताओं के माध्यम से पुरातन आंदोलन की यादे ताज़ा की। राज्य सैनानी मंच के महासचिव नरेंद्र मैठाणी ने राज्य की सबसे बड़ी समस्या मूल निवास ओर भुकानून पर सरकार के रवैये की आलोचना की ओर स्पष्ट किया कि इसके बिना राज्य का निर्माण बेमानी भरा कदम है। नगर पालिका परिषद के पूर्व अध्यक्ष शिवमूर्ति कंडवाल ने जल जंगल जमीन और मूलभूत सुविधाओं पर उत्तराखंडी जनमानस लहू लुहान है।भौतिक वाद से नही बल्कि मूल वाद से प्रदेश का विकास का खाका जनता और सरकार को मिलकर करना है। सामाजिक कार्यकर्ता मनोज मलासी ने कहा कि भाजपा सरकार में शामिल है पहाड़ का व्यक्ति बहुत परेशान ओर हताश में दिखाई दे रहा है।इस दिशा में प्रदेश की तस्वीर ओर तकदीर बदलनी जरूरी है।मूल निवास ओर भुकानून जरूरी है इसका फायदा समूचे उत्तराखण्ड को मिले ।समय सीमा 1950 तय हो।
इस अवसर ओर जनगीत ओर काव्य रस पाठ का आजोजन किया। कार्यक्रम में सभी उपस्थिति ने अपने श्रध्दा सुमन शहीदों को अर्पित कर श्रद्दांजलि अर्पित की। कार्यक्रम का संचालन कुशल वक्ता, प्रवक्ता ओर शिक्षक डॉक्टर सुनील थपलियाल जी ने किया उन्होंने भी अपने विचार और काव्यधारा पुष्पांजली के माध्यम से अपने विचार रखें।उन्होंने कहा कि आज कमी निकलने का दिन नही है अपना प्रदेश 25 साल का युवा बना है जो सकारात्मक ढंग से आगे उन्नति की ओर अग्रसर है।सबका प्रयास ओर जन चेतना पहाड़ को मजबूती प्रदान करेगी। हम होंगे कामयाब…जय उत्तराखण्ड, जय भारत के जय घोष से गोष्ठी को विराम दिया गया।प्रदेशवासियो को पुनः रजत जयंती के अवसर पर शुभकामनाये ओर बधाई अर्पित की गई।

