September 20, 2025

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उत्तराखण्ड राज्य अतिथि गृह ‘उत्तराखण्ड निवास’ का नई दिल्ली में मुख्यमंत्री ने किया लोकार्पण।

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*उत्तराखंड में निवास राज्य की संस्कृति, लोक कला और वास्तुकला का समावेश हो गया है।*

 

*उत्तराखंड में रहने वाले विशेष काउंटर के लिए श्री अन्न मंडल और जैविक मंडल।*

 

*यह भवन राष्ट्रीय राजधानी में हमारे प्रदेश की गरिमा का प्रतीक है।*

 

*आने वाले बजट सत्र में राज्य में एक सख्त भू-कानून लाया जाएगा-मुख्यमंत्री।*

 

 

 

मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने रविवार को नई दिल्ली के चाणक्यपुरी में उत्तराखंड राज्य अतिथि गृह ‘उत्तराखंड निवास’ का रहस्योद्घाटन किया। इस भव्य ऐतिहासिक निवास के निर्माण में लगभग 120 करोड़ 52 लाख की लागत आई है। इस अवसर पर सबसे पहले मुख्यमंत्री ने पहाड़ी जिले के मरूला बस हादसे में मृतकों की शांति और उनके परिजनों को ईश्वर से प्रार्थना की।

 

मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा था कि आज हम सब पहाड़ी इलाकों के ऐतिहासिक महलों के साक्षी बन रहे हैं। उत्तराखंड के निवासियों में राज्य की संस्कृति, लोक कला और वास्तुकला का समावेश किया गया है। उत्तराखंड की अनोखी कला की छाप उत्तराखंड में निवास संजोये हुए हैं। इसकी दीवार पारंपरिक रूप से पहाड़ी शैली के सुंदर पत्थरों से बनी है, जो हमारी सांस्कृतिक खड़िया को भी जीवंत बनाने का काम करती है। यह भवन हमारी समृद्ध सांस्कृतिक परियोजना को एक नया आधार प्रदान करता है, साथ ही उत्तराखंड और देश-विदेश से आने वाले लोगों को बेहतर मांग की पेशकश करता है।

 

मुख्यमंत्री ने कहा कि आरामदायक आवास व्यवस्था और उत्तराखंड की संस्कृति की झलक को जोड़ते हुए यह भवन राष्ट्रीय राजधानी में हमारे प्रदेश की गरिमा का प्रतीक बने। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड निवास में हमारी पारंपरिक परंपरा की व्यवस्था की जाए। श्री अन्न मंदिर और जैविक पौधे की बिक्री के लिए यहां एक विशेष काउंटर की व्यवस्था की जाए। उत्तराखंड की पहचान टोपी, पिछोड़ा, शॉल, जैकेट और राज्य के प्रसिद्ध मूर्तियों की बिक्री की भी व्यवस्था हो। राज्य की महिला स्वयं सहायता लैपटॉप द्वारा उच्च गुणवत्ता के उत्पाद बनाए जा रहे हैं। यह हमारे वाले की पसंद के लिए एक विशेष प्रकार का अनुभव होगा। मुख्यमंत्री ने उत्तराखंड भवन के निर्माण में सभी सहयोगियों का योगदान दिया। सभी धरोहरों के अभिलेख भाव की भी उन्होंने अधिपति की।

 

मुख्यमंत्री ने कहा कि आगामी 09 मार्च को हम उत्तराखंड राज्य की रजत जयंती वर्ष में प्रवेश करने जा रहे हैं। ऐसे में उत्तराखंड भवन का पवित्र श्रेष्ठता बढ़ाने का हमारा संकल्प प्रस्ताव प्रस्तुत करता है और राज्य को आगे बढ़ाने में हम प्रेरित करते हैं। उन्होंने कहा कि राज्य के समग्र विकास के लिए पिछले पूर्वकाल में कई महत्वपूर्ण अभिलेख और अवशेष लागू किये गये हैं। यही कारण है कि नीति आयोग द्वारा इस वर्ष जारी सतत विकास के लक्ष्य की रैंकिंग में नेपाल को देश प्रथम स्थान प्राप्त हुआ है। ईजे ऑफ ड्युइंग बिजनेस में स्टेट को एचाइवर्स और स्टाम्प में लीडर्स की श्रेणी प्राप्त हुई है। जीएसडीपी में 33 प्रतिशत की बढ़त हुई है। उत्तराखंड युवाओं को रोजगार में भी अग्रणी राज्य बनाना है। एक वर्ष में बेरोजगारी दर में 4.4 प्रतिशत की कमी दर्ज की गई है। फिल्म निर्माण के क्षेत्र में सबसे उपयुक्त स्थिति के लिए भी उत्तराखंड को देश में प्रथम पुरस्कार प्राप्त हुआ है।

 

मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार ने राज्यहित में कई फैसले लिए हैं। समान नागरिक संहिता की दिशा में कदम उठाने वाला पहाड़ देश का पहला राज्य है। जल्द ही यूसीसी राज्य में लागू करने की दिशा में काम शुरू हो रहे हैं। राज्य में देश का सबसे प्रभावशाली नकली विरोधी कानून लागू हो गया है। अन्य प्रदेश के युवाओं में नया सामान जगा है। हर जिले से युवाओं का चयन हो रहा है। पिछले तीन वर्षों में राज्य में 18500 सरकारी पदों पर नियुक्तियाँ की गईं। राज्य में धर्मांतरण पर रोक के लिए सख्त कानून लागू किया गया है। जो देवभूमि की पवित्रता और संस्कृति की रक्षा करेगा। 05 हजार से भी ज्यादा सरकारी जमीन जो अवैध रूप से व्यवसाय में थी, सेज से मुक्त दस्तावेज है। प्रदेश में लव जेहाद और बेजा जेहाद के खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की जा रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि आने वाले बजट सत्र में एक सख्त भू-कानून भी लाया जाएगा। मेरिका काफी लंबे समय से प्रतिकृति है। राज्य सरकार उत्तराखंड के अंतिम छोर के व्यक्ति तक विकास की धारा से जोड़ने की दिशा में निरंतर कार्य कर रही है।

 

इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री श्री प्रेमचंद अग्रवाल, श्री गणेश जोशी, डॉ. धन सिंह रावत, सासंद एवं पूर्व मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत, अल्पसंख्यक श्री अजय भट्ट, अल्पसंख्यक और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष श्री महेंद्र भट्ट, सासंद श्रीमती माला राज्य लक्ष्मी शाह, राज्यसभा सांसद डॉ. फैंटेसी, विधायकगण, सेवानिवृत्त रेस्टॉरेंट राणना प्रकाश डेजाइस, मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी, पूर्व मुख्य सचिव श्री शत्रुघ्न सिंह, मुख्य सचिव श्री आर.के. सुधांशु एवं सचिवगण उपस्थित थे।

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