विकास नरेंद्र नगर विधान सभा का हुआ या फिर नरेंद्र नगर के चुनिंदा व्यक्तियों का बड़ा सवाल?
1 min readनरेंद्र नगर विधानसभा मैं विकास किसका हुआ विधानसभा का विधानसभा के चुनिंदा व्यक्तियों का यह आम चर्चा का विषय है इस पर आम जनता की अलग-अलग राय है य ग लगा रहे हैं l कुछ लोगों का कहना है कि विकास तो हुआ है पर वह इस बात को स्वीकार करतेे हैं कि जो हमारी मूलभूत समस्याएं थी उनका निराकरण हुआ जिसे हम विकास किस श्रेणी में नहीं देखते हैं पर वे मूलभूत समस्याएं आज भी कई जगह यथावत स्थिति में है और कुछ लोगों का कहना है कि व्यक्तियों का विकास हुआ है विकास चुनिंदा लोगों की बपौती बन चुका है और भ्रष्टाचार चरम सीमा पर है . कुछ लोगों के मिली-जुली प्रतिक्रियाएं उनका कहना है कि चाहे कोई भी आए उसने अपना विकास करना है अपने लोगों का भी, क्षेत्र का भी कुल मिलाकर यह स्पष्ट है कि आज जनता भी यह मान चुकी है कि कोई भी नेता आएगा अपने साथ-साथ अपने लोगों का विकास करेगा पर उनका कहना है कि सिर्फ अपने अपने लोगों का विकास करना विकास की परिभाषा में नहीं आता, विकास का सीधा-सीधा अर्थ होता है की जनता के लिए किए गए कार्य और क्षेत्र के लिए किए गए कार्य ,लोगों का यह भी साफ कहना है कि सड़क बनाना पानी ,बिजली, विकास नहीं है क्योंकि यह आमजन की मूलभूत समस्याएं हैं और इनका निराकरण करना जनप्रतिनिधि का दायित्व है? क्योंकि जनता ने उसे वोट देकर सिर्फ और सिर्फ इसलिए भेजा है कि वह इन समस्याओं का तो कम से कम समाधान कर सके इनके अलावा यदि वह कुछ अन्य कार्य कर पाता है तो वह विकास किस श्रेणी में माना जाएगा l
क्योंकि जनता का कहना है कि सड़क , पानी ,बिजली एक सतत प्रक्रिया है इसमें किसी नेता की कोई भूमिका नहीं है नेता नहीं भी होगा तो भी सड़कों का निर्माण होगा, बिजली और पानी हर हालत में जनता को मुहैया कराना पड़ेगा क्योंकि मूलभूत समस्याएं है तथा यह किसी भी विकास की परिभाषा में शामिल नहीं है