स्वास्थ्य उपकेन्द्र मुछियाली के उच्चीकरण को सरकार ने दी मंजूरी
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*कोट ब्लॉक में खुलेगा प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रः डॉ. धन सिंह रावत*
कहा, स्थानीय स्तर पर बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मिलेंगी*
*10 जुलाई 2024:* स्वास्थ्य सेवाओं के कवरेज के लिए दृष्टिगत पौड़ी जनपद के कोट ब्लॉक में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र खोला जाएगा। इसके लिए राज्य सरकार ने स्वास्थ्य उपकेंद्र मुख्यालय के उच्चीकरण को मंजूरी दे दी है। मुख्य उपकेंद्र के परीक्षणों से नये प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर टीकाकरण से लेकर इलाज की सुविधा मिलेगी। इसके साथ ही, स्थानीय स्तर पर स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ भी मिल रहा है।
महाराष्ट्र के चिकित्सा स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री डा. धन सिंह रावत ने बताया कि राज्य सरकार प्रदेश के मैदानी इलाकों से लेकर पर्वतीय क्षेत्रों में आम लोगों को बेहतर प्राकृतिक सुविधाएं मुहैया कराने के लिए दृढ़ संकल्पित है। उन्होंने बताया कि पौड़ी जनपद में स्वास्थ्य सुविधाओं को विस्तार देते हुए कोट ब्लॉक में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र खोला जाएगा। इसके लिए राज्य सरकार ने स्वास्थ्य उपकेंद्र मुख्यालय के उच्चीकरण की मंजूरी दे दी है। शीघ्र ही शासन स्तर से इसका शासनादेश जारी कर दिया जाएगा। विभागीय मंत्री ने बताया कि प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र की स्थापना होने से क्षेत्र की लगभग 6 हजार से अधिक आबादी को स्थानीय स्तर पर बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मिलेंगी। साथ ही स्वास्थ्य केन्द्र पर प्राथमिक उपचार की सभी व्यवस्थाएं उपलब्ध होंगी। इसके अलावा पल्स पोलियो अभियान, शिशु टीकाकरण, शिशु प्रसव सहित अन्य सरकारी योजनाओं का लाभ भी स्थानीय लोगों को मिलेगा। डा. रावत ने बताया कि कोट ब्लॉक के मुख्यालय में सरकारी अस्पताल खोलने की मांग स्थानीय लोगों की लंबे समय से चल रही है, ऐसा राज्य सरकार ने पूरा कर दिया है। उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य उपकेन्द्र मुख्यालय पर विभिन्न स्वास्थ्य योजनाओं के आधार पर अधिक होने तथा उपकेन्द्र के 20 किलोमीटर के दायरे में किसी राजकीय चिकित्सा इकाई न होने के फलस्वरूप आईपीएचएस के अंतर्गत जनसंख्या मानकों में शिथिलता प्रदान की गई है। डा. रावत ने बताया कि स्वस्थ्य को इलाज के लिए जिला अस्पताल पौड़ी या सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कोट आना पड़ता है जो लगभग 20 से 25 किलोमीटर की दूरी पर हैं। उन्होंने कहा कि मुुखियाली में प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों से जहां लोगों को समय पर इलाज मिलेगा वहीं उन्हें शहरों के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे। जिससे खिलाड़ियों के समय और पैसे की भी बचत होगी।