अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान, एम्स ऋषिकेश के नेत्र रोग विभाग और अखिल भारतीय मारवाड़ी सम्मेलन संस्था के संयुक्त तत्वावधान में नेत्र परीक्षण शिविरों का आयोजन किया गया,
1 min read
अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान, एम्स ऋषिकेश के नेत्र रोग विभाग और अखिल भारतीय मारवाड़ी सम्मेलन संस्था के संयुक्त तत्वावधान में नेत्र परीक्षण शिविरों का आयोजन किया गया, जिसमें रोगियों की नेत्र जांच, उपचार और आवश्यक परामर्श दिया गया। इस अवसर पर लोगों को स्वेच्छा से नेत्र दान महादान के लिए जागरुक किया गया। एम्स की कार्यकारी निदेशक प्रोफेसर (डॉ.) मीनू सिंह के मार्गदर्शन में संस्थान के नेत्र रोग विभाग की ओर से अंबेडकर नगर, ऋषिकेश में वृहद नेत्र परीक्षण, उपचार एवं नेत्रदान जनजागरुकता शिविर का आयोजन किया गया।
एम्स के चिकित्सा अधीक्षक एवं नेत्र रोग विभाग के अध्यक्ष प्रोफेसर (डॉ.) संजीव कुमार मित्तल की देखरेख में आयोजित शिविरों में संस्थान के विशेषज्ञों ने 72 मरीजों का परीक्षण किया और साथ ही उनकी आंखों की देखभाल के लिए उचित परामर्श दिया।
इस अवसर पर योग्य एवं उनके तीमारदारों को नेत्रदान के लिए प्रेरित करते हुए विभागाध्यक्ष प्रो. संजीव कुमार मित्तल ने बताया कि व्यक्ति की मृत्यु के बाद नेत्रदान से अधिक कोई दूसरा दान नहीं होता है। उन्होंने नेत्र दान को महादान की संज्ञा देते हुए बताया कि एक व्यक्ति के नेत्रदान के संकल्प से दो लोगों की अंधेरी दुनिया में जीवनर्यंत उजियारा हो सकता है और वह ईश्वर की बनाई हुई रंगबिरंगी दुनिया को देख सकते हैं।
इस अवसर पर विभाग के आई बैंक के चिकित्सा निदेशक डॉ. नीति गुप्ता व प्रबंधक वरिष्ठ नर्सिंग अधिकारी महिपाल चौहान ने लोगों को नेत्रदान महादान का संकल्प लिया और उन्हें इसके लिए जागरूक किया। बताया गया कि शिविर में 37 लोगों ने नेत्रदान का संकल्पपत्र भी भरा।
इस अवसर पर एम्स नेत्र विभाग के रेजिडेंट्स डॉ. रिद्धि लखानी, डॉ. कामना वर्मा ने नौकरियों की जांच की और उनसे आवश्यक परामर्श किया। ऑप्टोमेट्रिस्ट इंटर्न राजन अग्रवाल ने भक्तों को चश्मे का नंबर दिया। इस दौरान संस्था अध्यक्ष नूतन अग्रवाल, सचिव रचना गर्ग एवं अन्य सदस्यों ने शिविर के आयोजन में सहयोग प्रदान किया।