कांग्रेस की जीत और बीजेपी की हार के क्या मायने हैं ?
1 min readकर्नाटक चुनाव में कांग्रेस की जीत से यह स्पष्ट है कि कांग्रेस अपने खोए हुए वजूद को धीरे-धीरे पाने में पाने में कामयाब हो रही है वहीं भाजपा के कर्नाटक चुनाव में हार के मायने हैं कि धीरे-धीरे मोदी का जादू जनता में कम होता नजर आ रहा है l
, जहां विपक्षी दलों के पास सत्ता पक्ष को घेरने के लिए कई मुद्दे हैं वहीं सत्तापक्ष जनता के बीच उन मुद्दों पर बात ना करके कमजोर नजर आ रहा है ,विपक्ष सत्ता पक्ष को लगातार बेरोजगारी ,महंगाई व अडानी के मामले में घेरने का प्रयास कर रहा है और इन प्रयासों में सफल नजर आ रहा है वहीं सत्तापक्ष इन बातों का जवाब ना दे कर जनता को साफ संदेश दे रहा है उन्हें जनता के मुद्दों से कोई सरोकार नहीं है l यही कारण है कि कर्नाटक में इन्हीं सब मुद्दों को लेकर कांग्रेस ने बड़ी बढ़त हासिल की l
लगातार हार का सामना देख रही कांग्रेस को हिमांचल और कर्नाटक राज्यों में मिली जीत ने जोश भर दिया हैऔर कर्नाटक चुनाव की बड़ी जीत कांग्रेस के लिए रामबाण से कम नहीं है तथा बीजेपी के लिए यह चुनाव खतरे की घंटी से कम नहीं है क्योंकि कोई पार्टी भी जनाधार के आधार पर जीत और कामयाबी का सेहरा बांधती है और इस चुनाव से लगता है कि जनता के बीच बीजेपी की पकड़ कमजोर होती नजर आ रही है l
खैर 2024 के चुनाव में क्या होगा यह तो वक्त बताएगा किंतु यह सुनिश्चित है कि जो जनता के बीच मोदी का जादू था वह धीरे-धीरे कम होता नजर आ रहा है और यह 3 राज्यों पंजाब हिमांचल कर्नाटक ने स्पष्ट कर दिया है इन राज्यों भाजपा की पकड़ जनता के बीच कम होती जा रही है इससे स्पष्ट है कि 2024 के चुनाव का बिगुल कर्नाटक राज्य चुनाव से बज चुका है l जहां भाजपा के लिए चिंतन और मनन का समय है वहीं कांग्रेस के लिए जोश बरकरार रखते हुए पार्टी को मजबूत बनाने का समय है ताकि 2024 की लड़ाई लड़ सके l