November 8, 2025

JMG News

No.1 news portal of Uttarakhand

नायक बना खलनायक, राज्य की तस्वीर और तकदीर नही बदल सकी 25 सालों में

1 min read

 

 

मुनि की रेती, राज्य के 25 वर्ष पूर्ण होने पर उत्तराखण्ड में रजत जयन्ती उत्सव मनाया जा रहा है। बीते 25 वर्षों में क्या खोया क्या पाया उसकी समीक्षा जरूर होनी चाहिए।उत्तराखण्ड की भौगोलिक दृष्टि से यँहा का जीवन बहुत कठनाइयों से भरा पड़ा है। सूर्य अस्त, गढ़वाल मस्त का प्रचलन इस देव भूमि को शर्मसार कर रहा है, वही मूल निवास ओर भुकानून से यँहा के मूल जनमानस को वंचित किया गया है।मूल भूत सरोकारों की बात करे तो हम 25 वर्षों में 13 जनपदों का ये उत्तराखण्ड संवर नही पाया है ।ऐसे में रजत जयंती उत्सव का आनन्द राज्य शहीदों ओर तमाम राज्य आंदोलनकारीयो को खुशी नही बल्कि चिंताजनक बना है।ऐसा नही है कि हमने प्रगति नही की लेकिन जिस कल्पना के साथ होनी चाहिए थी उसमें बहुत ज्यादा गिरावट आई है।राज्य बीमारू ओर नशे का आदि बन गया है पलायन, बेरोजगारी, शिक्षा, चिकित्सा जल, जंगल ओर जमीन के साथ मूलभूत सुविधाओं के नाम पर फिसड्डी साबित हुआ है।कुल मिलाकर राज्य के नायक ही खलनायक साबित हो गए है।

रजत जयन्ती समारोह पर महामहिम राष्ट्रपति द्रुपदी मुर्मू का विधानसभा उत्तराखण्ड में अभिभाषण पुरातन के साथ नूतन 25 सालों के विजन पर ठोस रणनीति तय करने को विधायको की उत्साहित किया गया परन्तु इस स्पेशल सत्र में सत्ता पक्ष पर विपक्ष का एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप ये साबित करने में सफल रहे है भाजपा और कांग्रेस बारी बारी से इस बार तू ओर फिर अगली बार मै की परिपाटी में व्यस्त है।परन्तु इस बार विपक्ष ने सत्ता पक्ष को आईना दिखाकर जिस सच्चाई के साथ सवाल जनहित में किये उससे विपक्ष की भूमिका की जनता सराहना कर रही है।

पिछले 13 दिनों से खरास्रोत में शराब का ठेके को लेकर आमरण अनशन परन्तु सरकार और प्रशासन का रुख जनता के विपरीत शराब व्यवसायी को सरक्षंण प्रदान किया जा रहा है।उस बात से आहत नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने सदन में चर्चा में भाग लेते हुये इस ठेके को लेकर आक्रोश व्यक्त किया और इस धार्मिक, चारधाम यात्रा , कुम्भ मेला क्षेत्र , सन्तो की तपस्थली में मानकों की अनदेखी ओर पूर्णत वर्जित क्षेत्र में ठेके को खोलकर नशे को बढ़ावा देकर समूचा प्रदेश नशे में डूबा हुआ है ओर इस प्रदेश का भविष्य खतरे में दिखाई दे रहा है।उन्होंने सरकार से मामले में हस्तक्षेप की माँग कर सदन को जानकारी देने को कहा।परन्तु सरकार की ओर से जो जबाब दिये गए उसने सरकार की किरकिरी कर नायकों को खलनायक बना दियायही नही विपक्ष ने चारों ओर से सरकार को घेरने का कार्य किया। विपक्ष फ्रन्ट फुट ओर सरकार बैक फुट पर दिखाई दी है।इन तमाम बातों से राज्यान्दोलनकारी अपने संकल्पों का उत्तराखण्ड ना बन पाने को लेकर विचलित है।फिर ऐसे में इस रजत जयन्ती का कोई महत्व नही रह जाता है। आजकल जनता नायक को खलनायक कह रही है और कई सवाल दाग रही है।कल देश के प्रधानमन्त्री मोदी रजत जयंती समारोह में आ रहे है क्या वो जनता का दिल जीत पाएंगे।चर्चा यह भी है कि वो राज्य को 8 हजार करोड़ की अनेक योजनाओं की घोषणा जनहित में कर सकते है।ऐसे में क्या भाजपा सरकार में लगे दाग धूल पाएंगे इन्हें देखना दिलचस्प होगा।

You may have missed

Breaking News