पूर्व कैबिनेट मंत्री डॉ. प्रेम चंद अग्रवाल ने रामपुर तिराह कांड की बरसी की पूर्व संध्या पर शहीद राज्य आंदोलनकारियों को श्रद्धांजलि अर्पित की*
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मुजफ्फरनगर,उत्तरप्रदेश।
*ऋषिकेश विधायक एवं उत्तराखंड के पूर्व कैबिनेट मंत्री डॉ. प्रेम चंद अग्रवाल ने रामपुर तिराह कांड की बरसी की पूर्व संध्या पर शहीद राज्य आंदोलनकारियों को श्रद्धांजलि अर्पित की*
मुजफ्फरनगर कांड (रामपुर तिराह कांड) की 31वी बरसी की पूर्व संध्या पर ऋषिकेश विधायक एवं उत्तराखंड के पूर्व कैबिनेट मंत्री तथा राज्य आंदोलनकारी डॉ. प्रेम चंद अग्रवाल ने रामपुर तिराहा स्थित शहीद स्मारक पर पहुँचकर पुष्पांजलि अर्पित कर राज्य आंदोलनकारियों के अमर शहीदों को नमन किया। इस अवसर पर डॉ. अग्रवाल ने गहरी श्रद्धा व्यक्त करते हुए कहा कि राज्य निर्माण की नींव में उन वीर शहीदों का अदम्य साहस और बलिदान है, जिन्होंने अपने प्राणों की आहुति देकर उत्तराखंड राज्य का मार्ग प्रशस्त किया।
डॉ. अग्रवाल ने कहा कि 02 अक्टूबर 1994 का दिन उत्तराखंड आंदोलन के इतिहास का एक काला अध्याय है। उस दिन राज्य की माँग को लेकर शांतिपूर्ण आंदोलन कर रहे उत्तराखंड के नौजवानों, माताओं और बहनों पर निर्मम एवं क्रूरतापूर्वक लाठीचार्ज और गोलीबारी की गई। इस अमानवीय घटना में अनेक आंदोलनकारियों ने अपने प्राणों की आहुति दी। उन्होंने कहा कि यह घटना न केवल उत्तराखंड बल्कि पूरे देश के लोकतांत्रिक मूल्यों पर एक गहरी चोट
थी।
उन्होंने कहा कि राज्य आंदोलनकारियों के द्वारा किए गए अथक संघर्ष और बलिदानों का ही परिणाम है कि हमें अलग उत्तराखंड राज्य की प्राप्ति हुई। आज जब हम स्वतंत्र उत्तराखंड के नागरिक के रूप में विकास की राह पर आगे बढ़ रहे हैं, तो यह हमारी जिम्मेदारी बनती है कि हम राज्य आंदोलनकारियों के सपनों और संकल्पों को साकार करें।
डॉ. अग्रवाल ने इस अवसर पर कहा कि सरकार राज्य आंदोलनकारियों के योगदान और बलिदानों को कभी भुला नहीं सकती। उनके सपनों के अनुरूप उत्तराखंड को समृद्ध, आत्मनिर्भर और विकसित बनाने के लिए सरकार प्रतिबद्ध है। उन्होंने यह भी कहा कि उत्तराखंड के युवाओं, किसानों, माताओं-बहनों और आम जनता की आकांक्षाओं को पूरा करना ही सच्ची श्रद्धांजलि होगी।
इस दौरान डॉ. अग्रवाल ने अपने राज्य आंदोलन के दिनों को भी स्मरण किया। उन्होंने कहा कि उन्होंने स्वयं आंदोलन के दौरान अनेक संघर्ष किए और जेल तक जाना पड़ा। उस दौर की कठिनाइयों और त्यागों ने ही उत्तराखंड राज्य की नींव को मजबूत किया।
रामपुर तिराहा स्मारक के लिए भूमि दान देने वाले स्व ०महावीर शर्मा जी के पुत्र अनिरुद्ध शर्मा के बताया की स्व ० महावीर शर्मा जी की मूर्ति का लोकार्पण २ अक्टूबर को माननीय मुख्यमत्री जी के कर कमलों द्वारा किया जाएगा ।
उन्होंने कहा कि राज्य आंदोलन के शहीदों का स्मरण हमें निरंतर यह प्रेरणा देता है कि हम सब मिलकर उत्तराखंड को उन आदर्शों और मूल्यों की ओर अग्रसर करें जिनके लिए यह राज्य बना।