अपर मुख्य सचिव आनन्द बर्द्धन ने सचिवालय में स्प्रिंग एंड रिवर रिजूविनेशन प्राधिकरण (SARRA), उत्तराखण्ड की 11वी जनपद एवं अर्न्तविभागीय समीक्षा बैठक में प्रतिभाग किया
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अपर मुख्य सचिव आनंद बर्द्धन ने शुक्रवार को सचिवालय में स्प्रिंग एंड रिवर रिजुविनेशन अथॉरिटी (SARRA), उत्तराखंड के 11वें जिले एवं अर्न्तविभागीय समीक्षा बैठक में प्रतिभागिता की।
अपर मुख्य सचिव और श्री आनंद बर्द्धन ने सभी अधिकारियों को निर्देश दिए कि प्राकृतिक जल संसाधनों, नालों – धारो नदियों के संरक्षण और उन्हें पुनर्जीवित करने के लिए बेहतर और प्रभावी कार्य के लिए शासन को शामिल किया जाए। सभी जिला एवं विभाग सर्वोत्तम अभ्यास अपनाते हुए ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में जल संसाधनों के संरक्षण के लिए लघु एवं दीर्घकालीन समुदायों पर कार्य करें। उन्होंने कहा कि संबंधित क्षेत्र के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण, जल संसाधन संरक्षण एवं पुनर्जीवीकरण को प्राथमिकता में प्राथमिकता देते हुए कार्य किया गया।
अपर मुख्य सचिव ने कहा कि रसायन विज्ञान अध्ययन करवा कर अपने नियमित समीक्षक की जाए। उन्होंने सभी जिला अधिकारियों को अमृत सरोवर के ग्राउंड पर बनाए गए विभिन्न स्थलों पर सलाह के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सारा से संबंधित कार्य मंत्रालय में किसी भी तरह की समस्या आने पर तुरंत शासन में संबंधित विभाग को पता लग जाए। जल संरक्षण से संबंधित सभी संबंधित विभागों के सहयोग से कार्य करें।
अपर मुख्य सचिव ने कहा कि सारा के अंतर्गत काम के लिए जियो – टैगिंग अनिवार्य रूप से की जाए। उन्होंने कहा कि सूखे प्रभावित क्षेत्र में भू-जल रिचार्ज के दृष्टिगत रोजगार को तेजी से अमल में लाया जाए। वर्षा आधारित सहायक नदी/प्रवाह की उपचार परिभाषा का निरूपण वैज्ञानिक विधि से किया जाए। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में स्थित जल संसाधनों का सतत रूप से संरक्षण स्केल स्केल से सुरक्षित किया जाए।
अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी (SARRA) श्रीमती नीना ग्रेवाल ने बैठक में बताया कि राज्य में ग्राम स्तर पर 5421 जल संसाधन, विकासखंड स्तर पर 929 क्रिटिकल सुखा रहे जल स्रोत, एवं जिला स्तर पर 292 सहायक नदियाँ/धारावाहिक के औषधीय उपकरण विकसित किए गए हैं। इस प्रकार कुल 6350 इलेक्ट्रॉन जलस्रोत का उपचार कार्य गतिमान है। उन्होंने बताया कि जल संरक्षण अभियान 2024 के तहत 2.51 मिलियन क्यूबिक मीटर पानी को रिचार्ज करने का लक्ष्य रखा गया था, जिसके सापेक्ष लगभग 2.38 मिलियन क्यूबिक मीटर पानी को रिचार्ज किया गया है।
अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी ने बताया कि जिला समिति द्वारा 50 प्रतिशत SARRA द्वारा प्रादत अंशों के रूप में दिया जाएगा व शेष 50 प्रतिशत संबंधित कार्य संस्था / इन्वॉल्वेशन द्वारा कन्वर्जेंस के माध्यम से वित्त पोषण से किया जाएगा। क्रिटिकल जल संसाधनों का रिचार्ज जोन/क्षेत्र, जियो-हाइड्रोजिक अध्ययन के बाद ही निर्धारित किया जाएगा। रिव्यू में बताया गया कि क्रिटिकल जल संसाधनों के चिन्नीकरण उनके एवं उपचार उपाय सारा द्वारा प्रिंस कॉर्पोरेशन, जल संस्थान, सींच, लघु सींचल, वन विभाग एवं ग्रामीण विकास विभाग के साथ मिलकर काम किया जा रहा है।
अपर मुख्य एवं कार्यकारी अधिकारी ने बताया कि जल संस्थान जल निगम द्वारा प्रस्ताव आपूर्ति परियोजना महत्वपूर्ण परियोजना लगभग 500 जल संसाधनों, जिनमे पिछले वर्षों में जल प्रवाह 50 प्रतिशत से भी कम हो गया है, ऐसे जल संसाधनों के उपचार के लिए स्प्रिंगशेड विकास के कार्य, वैज्ञानिक जल निगम, जल संस्थान एवं वन विभाग की अवधारणा के बारे में निर्देश दिये गये हैं। इस उद्देश्य SARRA द्वारा भी अभिसरण की आवश्यकता है, उपलब्ध प्रियगणों को।
इस अवसर पर अपर सचिव नमामि बैसाखी, अपर सचिव रणवीर सिंह चौहान, वर्चुअल माध्यम से विभिन्न मंडल के जिला पदाधिकारी एवं अन्य पदाधिकारी उपस्थित रहे।